रांची, 20 जून 2025: झारखंड में मानसून ने इस बार राहत नहीं, बल्कि आफत लेकर कदम रखा है। राज्य के कई जिलों में लगातार दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जहां एक ओर लोग गर्मी से राहत की उम्मीद कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर बारिश के चलते बाढ़, भूस्खलन, पुल ढहने और मकान गिरने जैसी घटनाएं जानलेवा साबित हो रही हैं।
राज्य सरकार ने रांची, खूंटी, लोहरदगा समेत छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। स्कूलों को बंद कर दिया गया है और कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है। नदियां उफान पर हैं और लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
🏞️ खूंटी में पुल गिरा, बाल-बाल बचे ट्रक चालक
खूंटी जिले के तोरपा क्षेत्र में बनई नदी पर बना एक पुल आज बारिश के बीच अचानक गिर गया। घटना उस समय हुई जब पुल से एक ट्रक गुजर रहा था। ट्रक चालक की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। पुल के एक हिस्से के गिरने पर ट्रक बीच में ही रुक गया, जिससे वह नदी में समाने से बच गया। हादसे के बाद क्षेत्र का संपर्क अन्य इलाकों से कट गया और स्थानीय लोग पूरी तरह से प्रभावित हो गए।
🚧 रांची-लोहरदगा में संपर्क मार्ग बाधित
रांची के बेड़ो प्रखंड में डायवर्जन बह जाने के कारण सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया है। वहीं, लोहरदगा जिले में शंख नदी उफान पर है, जिससे आसपास के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है।
🏚️ मिट्टी के घर गिरे, कई लोगों की मौत
राज्य भर से घर ढहने और लोगों की मौत की दर्दनाक खबरें सामने आ रही हैं:
- खूंटी: भारी बारिश के कारण निर्माणाधीन कुएं के धंसने से दो स्कूली छात्र उसकी मिट्टी के नीचे 22 घंटे तक दबे रहे। उन्हें मृत अवस्था में निकाला गया।
- रांची: मिट्टी का मकान ढहने से एक 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई।
- चक्रधरपुर: एक महिला की मौत और तीन बच्चों के घायल होने की सूचना मिली है।
- चान्हो (रांची): एक बुजुर्ग की मौत तब हुई जब पड़ोसी की दीवार भारी बारिश में गिर गई।
- जामुदाग पंचायत (रांची): 7 से अधिक मकान पूरी तरह ढह गए। पीड़ित लोग अब अस्थायी ठिकानों में रहने को मजबूर हैं।
🕵🏻 शिक्षक की सेल्फी के बाद हादसा, अब तक लापता
डीपीएस रांची के संगीत शिक्षक माइकल घोष अपने दो सहयोगी शिक्षकों—पंकज श्रीवास्तव और ऋत्विक सामंता के साथ जोन्हा फॉल घूमने गए थे। बारिश के बीच उन्होंने एक सेल्फी ली, लेकिन उसके कुछ देर बाद ही तेज पानी के बहाव में बह गए। अभी तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है। रेस्क्यू टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
🏫 स्कूल बंद, प्रशासन अलर्ट पर
लगातार बारिश और जानलेवा घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने कई जिलों में स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है और राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाई जा रही है।
🌊 नदियों का उफान और भविष्य की चेतावनी
शंख, बनई, कोयल और अन्य नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं। मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों तक और अधिक बारिश की चेतावनी दी है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
📢 प्रशासन की अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, नदियों या जलजमाव वाले क्षेत्रों से दूर रहें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन को तुरंत सूचित करें।
झारखंड में मानसून का कहर इस बार खासा गंभीर रूप लेता जा रहा है। राहत की उम्मीद में आए बादल अब चिंता का कारण बन गए हैं। मौतें, टूटे पुल, बाढ़ और लगातार गिरते घर—इन घटनाओं ने साफ कर दिया है कि राज्य को अब आपदा प्रबंधन के लिए और अधिक तैयार रहने की आवश्यकता है। ज़रूरत है समय पर अलर्ट सिस्टम, बेहतर बुनियादी ढांचे और सामुदायिक जागरूकता की।