रघुवर दास की बहू पूर्णिमा का हेमंत सरकार पर हमला, महिलाओं और युवाओं के वादों में वादाखिलाफी का आरोप…..

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास की पुत्रवधु पूर्णिमा दास साहू ने मंगलवार को जमशेदपुर में हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर हमला बोला. जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरीं पूर्णिमा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार ने राज्य की जनता, विशेषकर महिलाओं और युवाओं के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र में आगमन से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्णिमा ने सोरेन सरकार की योजनाओं और वादों पर कड़ी आलोचना की.

“चूल्हा खर्चा दिया नहीं, मंईयां-बप्पा योजना का प्रचार शुरू”

जनसभा में बोलते हुए पूर्णिमा दास ने कहा कि हेमंत सोरेन ने 2019 के चुनाव में महिलाओं से यह वादा किया था कि वे हर महीने 2000 रुपए का ‘चूल्हा खर्चा’ प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा, “राज्य की माताओं-बहनों को जो चूल्हा खर्च देने का वादा था, वह एक बार भी नहीं मिला. अब चुनाव आते ही सरकार ‘मंईयां-बप्पा’ योजना का नाम लेकर आई है। यह जनता को धोखा देने का एक और प्रयास है. “उन्होंने दावा किया कि हेमंत सरकार ने जनता को केवल खोखले वादे दिए और उन वादों को पूरा नहीं किया. पूर्णिमा दास साहू ने कहा कि झारखंड में महिलाओं और गरीब परिवारों के लिए चूल्हा खर्चा की योजना को लेकर सरकार ने काफी प्रचार किया था. लेकिन अब तक एक भी महिला को इसका लाभ नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि अगर वादे पूरे किए गए होते तो झारखंड की महिलाएं आत्मनिर्भर बन पातीं और घर के खर्चों में सहयोग कर पातीं. उन्होंने कहा, “अब जब चुनाव का समय आ गया है, तो सरकार ‘मंईयां-बप्पा’ योजना का ढोल पीट रही है.

युवाओं के रोजगार और बेरोजगारी भत्ते पर भी किए सवाल

पूर्णिमा ने युवाओं के साथ किए गए वादों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार ने युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था. पूर्णिमा ने आरोप लगाया कि न केवल युवाओं को सरकारी नौकरी देने के वादे को पूरा नहीं किया गया, बल्कि बेरोजगारी भत्ता देने का वादा भी खोखला निकला. उन्होंने कहा, “युवाओं को सरकार ने केवल आश्वासन दिए, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं किया. न तो सरकारी नौकरी दी गई और न ही बेरोजगारी भत्ता दिया गया. पूर्णिमा दास ने कहा कि राज्य में युवा वर्ग रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं. सोरेन सरकार ने चुनावी वादों में कहा था कि सरकारी नौकरी उपलब्ध कराई जाएगी. अगर नौकरी देना संभव नहीं हुआ, तो बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा. लेकिन पिछले चार सालों में सरकार ने इस वादे को पूरा नहीं किया. उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस चुनाव में एनडीए का समर्थन करें ताकि एक स्थिर और विकासशील सरकार का गठन हो सके जो वादों को निभाने में सक्षम हो.

‘जनता के साथ धोखा कर रही है सरकार’

पूर्णिमा ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि हेमंत सरकार ने जनता के साथ वादाखिलाफी की है. उन्होंने कहा, “यह सरकार जनता के भरोसे का गलत फायदा उठा रही है. एक बार वादा कर लेना और फिर उसे भूल जाना, यही इस सरकार की नीति बन चुकी है. अब समय आ गया है कि जनता उन्हें उनके किए वादों की याद दिलाए और अपने वोट से इस वादाखिलाफी का जवाब दे. पूर्णिमा ने यह भी कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने कई ऐसे वादे किए जो आज तक पूरे नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता अब जागरूक हो चुकी है और ऐसे नेताओं के बहकावे में नहीं आएगी जो केवल चुनाव के समय वादे करते हैं और चुनाव के बाद उन्हें भुला देते हैं.

भाजपा का संदेश और विकास का संकल्प

जनसभा के दौरान पूर्णिमा दास साहू ने भाजपा की योजनाओं और विकास के एजेंडे को सामने रखा. उन्होंने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो जनता के वादों को निभाती है और देश के विकास के प्रति संकल्पित है. पूर्णिमा ने कहा कि अगर भाजपा और एनडीए की सरकार झारखंड में बनती है तो महिलाओं, युवाओं और गरीबों के हित में कई ठोस कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस चुनाव में भाजपा का समर्थन करें ताकि झारखंड में एक विकासशील और स्थिर सरकार का गठन हो सके. पूर्णिमा ने कहा, “भाजपा ने हमेशा विकास की बात की है और जनता के भरोसे पर खरा उतरी है. हमें भरोसा है कि इस बार भी झारखंड की जनता भाजपा और एनडीए को मौका देगी और राज्य में एक नई दिशा की शुरुआत होगी.

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