झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में अपनी मांगों को लेकर सहायक पुलिसकर्मी डटे हुए हैं. आंदोलन के 24वें दिन बुधवार को पूर्व सीएम रघुवर दास इनसे मिलने पहुंचे. उन्होंने झारखंड सरकार को उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की बात कही. वहीं, अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों ने श्री दास को एक ज्ञापन भी सौंपा. इस दौरान रघुवर दास ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार ने पिछले साल जो वादा किया था, उसे अब तक पूरा नहीं कर पायी है.
श्री दास ने इन आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की बात हेमंत सरकार से की है. साथ ही सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर इन आंदोलनरत कर्मियों की मांगों पर विचार करने का आग्रह किया. इस मौके पर वे सहायक पुलिसकर्मियों के साथ सांकेतिक रूप से अनशन पर भी बैठे.
उन्होंने हेमंत सरकार से पुलिस पदों में होने वाली नियुक्तियों में सहायक पुलिसकर्मी को प्राथमिकता देने का आग्रह किया. इसके लिए सहायक पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण सेवा के प्रत्येक वर्षों के लिए अतिरिक्त अंक दिये जा सकते हैं. इसके अलावा तत्काल इनकी सेवा पूर्व की भांति ली जाये तथा इनके मानदेय में हर साल निश्चित अनुपात में वृद्धि की जाये. वहीं, जिन 5 सहायक पुलिसकर्मियों की मौत हुई है, उन्हें सरकार मुआवजा/राहत राशि जल्द प्रदान करे.
मालूम हो कि इस आंदोलन में राज्य के 12 अति नक्सल प्रभावित जिला पलामू, चतरा, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, लातेहार, दुमका, गिरिडीह, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम और गढ़वा के 2200 सहायक पुलिसकर्मी शामिल हैं. ये सभी सहायक पुलिसकर्मी गत 27 सितंबर, 2021 से आंदोलनरत हैं.