झारखंड में पर्यटन को बढ़ावा: देउड़ी से डोंबारीबुरू तक नया सर्किट, स्काई डाइविंग फेस्टिवल और फितूर में प्रमोशन….

झारखंड सरकार ने राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों को एक सर्किट के तहत जोड़ने का बड़ा कदम उठाया है. इसके तहत देउड़ी मंदिर, तमाड़, अड़की, उलिहातू और खूंटी के गुटुहातू में स्थित डोंबारीबुरू को जोड़ने का निर्णय लिया गया है. यह टूरिज्म सर्किट न केवल झारखंड के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को एक सूत्र में बांधेगा, बल्कि राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने में भी सहायक होगा. राज्य के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि इस सर्किट का मुख्य उद्देश्य बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू और इससे जुड़े क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करना है. उलिहातू में जल्द ही बड़े पैमाने पर अपग्रेडेशन का कार्य शुरू होगा. इसके अंतर्गत इस क्षेत्र को पर्यटन के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा.

पर्यटकों के लिए नई सुविधाएं

सरकार का उद्देश्य है कि पर्यटक यहां भगवान बिरसा मुंडा और आदिवासी जीवनशैली, परंपरा और संस्कृति को करीब से जान सकें. इसके लिए तमाम इलाकों में बेहतर सड़क संपर्क, पर्यटक सुविधाएं और सांस्कृतिक हब बनाए जाएंगे. इस सर्किट के निर्माण से न केवल झारखंड के लोग बल्कि देश और विदेश के पर्यटक भी झारखंड की अनोखी सांस्कृतिक विरासत से रूबरू हो सकेंगे.

झारखंड का फितूर में प्रमोशन

इस बीच, झारखंड सरकार अपने पर्यटन स्थलों को वैश्विक मंच पर भी ले जाने की तैयारी कर रही है. 22 से 26 जनवरी 2025 के बीच स्पेन के मैड्रिड में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटन बाजार मेला (फितूर) में झारखंड की खूबियों को प्रदर्शित किया जाएगा. इस आयोजन में झारखंड से पर्यटन सचिव, निदेशक और उपनिदेशक भाग लेंगे और झारखंड के संबंध में प्रजेंटेशन देंगे. यह कदम झारखंड को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है.

झारखंड में स्काई डाइविंग फेस्टिवल का आयोजन

झारखंड पर्यटन विभाग ने रोमांच के शौकीनों के लिए एक और बड़ी पहल की है. राज्य में पहली बार स्काई डाइविंग फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा. विभाग ने इस आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी हैं और शीघ्र ही आयोजन स्थल का चयन कर विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी.

क्या है स्काई डाइविंग?

स्काई डाइविंग एक रोमांचक खेल है, जिसमें व्यक्ति विमान या पहाड़ की एक निश्चित ऊंचाई से कूदकर पैराशूट की मदद से जमीन पर उतरता है. इसे नियंत्रित फ्रीफॉल भी कहा जाता है, जिसमें हवा में उड़ने का अनूठा अनुभव मिलता है. झारखंड में यह आयोजन स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए एक अलग और रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा.

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

देउड़ी मंदिर से लेकर डोंबारीबुरू तक का सर्किट, स्काई डाइविंग फेस्टिवल और फितूर जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजन झारखंड को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने के साथ-साथ राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देंगे.

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