झारखंड में उत्पाद सिपाही भर्ती के लिए चल रही शारीरिक दक्षता परीक्षा अब 10 सितंबर से फिर से शुरू होगी. पहले यह परीक्षा तीन सितंबर से शुरू होनी थी, लेकिन 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर इसे तीन, चार, और पांच सितंबर के लिए स्थगित कर दिया गया था. मुख्यमंत्री के स्तर पर समीक्षा के बाद परीक्षा को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
समीक्षा के बाद लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय:
गुरुवार को एडीजी मुख्यालय आरके मल्लिक और डीआईजी कार्मिक नौशाद आलम ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य में 22 अगस्त से सात केंद्रों पर शारीरिक दक्षता परीक्षा चल रही थी, जो दो सितंबर तक चली. इस दौरान 12 अभ्यर्थियों की मौत हो गई, जो बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. इसके चलते राज्य सरकार ने परीक्षा की समीक्षा के लिए तीन दिनों का समय लिया था.
परीक्षा केंद्रों में बदलाव:
पांच सितंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की समीक्षा के बाद निर्णय लिया गया कि अब परीक्षा केवल छह केंद्रों पर ही होगी.
ये केंद्र हैं:
- स्मार्ट सिटी रांची
- झारखंड जगुआर रांची
- पुलिस केंद्र गिरिडीह
- जेएपीटीसी पद्मा हजारीबाग
- सीटीसी मुसाबनी जमशेदपुर
- जैप-9 साहिबगंज
वहीं, पलामू के चियांकी हवाई अड्डा स्थित परीक्षा केंद्र को बंद कर दिया गया है. वहां के शेष अभ्यर्थियों की परीक्षा, जो पहले तीन सितंबर से नौ सितंबर तक होनी थी, अब अन्य छह केंद्रों पर 19 और 20 सितंबर को अलग-अलग स्थानों पर होगी. इन अभ्यर्थियों के लिए झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग से नया एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा.
परीक्षा की नई तिथियाँ और व्यवस्था:
छह केंद्रों पर परीक्षा अब 10 और 11 सितंबर को प्रतिदिन तीन-तीन हजार अभ्यर्थियों के साथ होगी. इसके अलावा, चार सितंबर को प्रस्तावित परीक्षा 12 और 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी, जिसमें भी प्रतिदिन तीन-तीन हजार अभ्यर्थियों को शामिल किया जाएगा. एडीजी मुख्यालय ने बताया कि समीक्षा के दौरान यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि जिन अभ्यर्थियों की मौत हुई है, उसका सटीक कारण क्या था. हालांकि, प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई गई है कि मौत का कारण हृदय गति का रुकना हो सकता है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सटीक कारण का पता चल सकेगा.
अभ्यर्थियों के लिए सुझाव और तैयारी:
परीक्षा में शामिल होने वाले सभी अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि यदि उन्हें कोई लंबी बीमारी है या सांस फूलने की समस्या है, तो वे अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर लें. यदि उन्हें हृदय गति तेज होने की शिकायत है या दौड़ने में कठिनाई होती है, तो भी वे पहले से चिकित्सकीय सलाह ले लें. सभी परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीमीटर और रक्तचाप मापने की मशीन उपलब्ध कराई जाएगी ताकि किसी भी अभ्यर्थी को दौड़ के पहले कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो उनकी जांच की जा सके.
सरकार की अपील:
राज्य सरकार ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे अपनी स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए परीक्षा में शामिल हों. परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखें ताकि कोई अनहोनी न हो.