देवघर: श्रावणी मेला की तैयारी अधूरी, मात्र 10 दिन बाकी..

श्रावणी मेला के शुरू होने में केवल 10 दिन शेष हैं, लेकिन देवघर प्रशासन की तैयारियों में अब भी कमी बनी हुई है. झारखंड के कांवरिया पथ पर कई विभागों का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा में असुविधा होने की आशंका है.

अधूरी तैयारियां
दुमा से खिजुरिया तक कांवरिया पथ पर की जाने वाली व्यवस्थाएं अब तक अधूरी हैं. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की हालत सबसे खराब है. सभी शौचालयों को अभी तक पूरी तरह से दुरुस्त नहीं किया गया है. कांवरिया पथ के किनारे लगे चापानलों को भी चालू नहीं किया गया है. कई चापानलों पर हेड नहीं लगाए गए हैं और शौचालयों में दरवाजे भी नहीं लगाए गए हैं. शौचालयों के आसपास सफाई का कार्य भी अधूरा है.

बिजली विभाग की स्थिति
बिजली विभाग का काम भी अधूरा है. कई स्थानों पर तारों की मरम्मत का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है. कांवरिया पथ के किनारे झूलते तार दुर्घटना का कारण बन सकते हैं. ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल से हर साल कांवरिया पथ पर बने यात्री शेड और प्रशासनिक भवनों की सफाई और रंग-रोगन का काम किया जाता था, लेकिन इस साल ये काम अब तक शुरू नहीं हुआ है.

पथ निर्माण विभाग का काम
पथ निर्माण विभाग द्वारा गंगा का बालू बिछाने का काम भी अब तक शुरू नहीं हुआ है. जगह-जगह गंगा का बालू स्टॉक कर छोड़ दिया गया है. विभाग का कहना है कि पहले कीचड़ हटाकर जीएसबी डालने का काम किया जा रहा है, उसके बाद बालू बिछाया जाएगा. बावजूद इसके कई स्थानों पर अभी भी गड्ढे हैं, जिन्हें नहीं भरा गया है.

हाईमास्ट लाइट की समस्या
कांवरिया पथ के टोल गेट में हाईमास्ट लाइट भी पंडाल के ऊपर लगा दी गई है, जिससे रोशनी का लाभ कांवरियों को नहीं मिल पा रहा है. कांवरिया पथ में लाइट लगाने का काम भी बिजली विभाग ने अब तक शुरू नहीं किया है. हालांकि, प्रसाद योजना से निर्मित आध्यात्मिक हाल में सफाई और अन्य तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.

पीडब्ल्यूडी का दावा
देवघर पीडब्ल्यूडी के कार्यपाल अभियंता एमके महतो ने बताया कि कांवरिया पथ पर बड़े-बड़े गड्ढों को मिट्टी और जीएसबी से भरा जा रहा है. गंगा का बालू स्टॉक कर लिया गया है, लेकिन इसे पहले बिछाने से बारिश में बहाने की संभावना हो जाती है. इसलिए श्रावणी मेला के उद्घाटन से एक सप्ताह पहले बालू बिछाने का काम शुरू किया जाएगा और एक सप्ताह के अंदर पूरे 9 किलोमीटर तक बालू बिछा दिया जाएगा.

क्या कह रहे हैं कांवरिया
कांवरियों का कहना है कि प्रशासन की इस धीमी गति से काम करने की वजह से उनकी यात्रा प्रभावित हो सकती है. कई जगहों पर बैठने के लिए लगी कुर्सियां टूटी हुई हैं और गंदगी फैली हुई है.

समाधान की उम्मीद
प्रशासन का कहना है कि बचे हुए दिनों में सभी अधूरे कामों को पूरा कर लिया जाएगा. बिजली विभाग और पथ निर्माण विभाग को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द अपने काम को पूरा करें ताकि श्रावणी मेला के दौरान कांवरियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.

 

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