झारखंड में 30 जून तक पूरे राज्य में मॉनसून की बारिश होने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग ने कई जिलों में वज्रपात की आशंका भी जताई है, जिससे जानमाल की क्षति हो सकती है. जिसे लेकर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है.
बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव और साइक्लोनिक सर्कुलेशन
बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है. साथ ही, एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल होते हुए झारखंड और बिहार की ओर बढ़ रहा है. इससे 30 जून तक झारखंड में मॉनसून के बादल छाने और बारिश होने की उम्मीद है. बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों से कमजोर पड़ा मॉनसून अब फिर से सक्रिय हो गया है.
किन जिलों में होगी बारिश?
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में हलचल और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के तेजी से बढ़ने के कारण अगले एक-दो दिनों में झारखंड में मॉनसून की बारिश शुरू हो जाएगी. गुरुवार को रांची सहित राज्य के कुछ जिलों में बारिश हुई. शुक्रवार को भी रांची, गुमला, खूंटी, लोहरदगा, रामगढ़, सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम, और पूर्वी सिंहभूम में हल्की सी बारिश की संभावना है.
अधिकतम तापमान में गिरावट
बारिश के कारण अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है. मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में वज्रपात की चेतावनी दी है, जिससे जानमाल की क्षति हो सकती है. लोगों से अपील की गई है कि वे बारिश और बादल गरजने के समय खेतों, पेड़ों, और बिजली के खंभों के नीचे न रहें. वज्रपात और बारिश को लेकर पूरे राज्य में 1 जुलाई तक ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है.
रांची में 24 घंटे में 11 मिमी बारिश
पिछले 24 घंटों में रांची में 11 मिमी बारिश दर्ज की गई है. गुरुवार को रांची का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि बुधवार को यह 34.2 डिग्री सेल्सियस था. जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस और मेदिनीनगर का 39.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. गुरुवार को गढ़वा में 9.5 मिमी और गुमला के भरनो में सबसे अधिक 33 मिमी बारिश हुई. बता दें कि 1 जून 2024 से 27 जून 2024 तक झारखंड में 50.4 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य वर्षा (160.2 मिमी) से 69% कम है. 1 जून से 27 जून तक जहां सबसे अधिक गुमला में 87.8 मिमी और वहीं सबसे कम गढ़वा में 11.1 मिमी बारिश हुई.