आकांक्षी जिलों में शुमार आदिवासी बहुल झारखंड के सिमडेगा जिले के लिए आज का दिन काफी महत्वपूर्ण रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिमडेगा उपायुक्त सुशांत गौरव से विकास संबंधी मुद्दों पर आनलाइन रिपोर्ट ली। उनसे विकास योजनाओं की जानकारी ली। डीसी सुशांत गौरव ने बताया कि आकांक्षी जिलों के डेवलपमेंट के आधार पर प्रधानमंत्री देश के चुनिंदा पांच जिलों के उपायुक्त से बात कर जिले के विकास और चुनौतियों पर चर्चा की। इन चुनिंदा पांच जिलों में झारखंड का सिमडेगा जिले को भी शामिल किया गया था।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपायुक्त से पूछा कि वह अपने कर्मचारियों के मोटिवेशन और को-ऑर्डिनेशन के लिए किन-किन तरीकों का प्रयोग करते हैं। उपायुक्त ने कहा कि अगर लोगों के सर्विस रिलेटेड मैटर का ठीक तरीके से समाधान किया जाए तो लोग बड़े खुश होते हैं। अगर कर्मचारियों को समय पर प्रमोशन व इंक्रीमेंट दिए जाएं तो लोगों का उत्साह बना रहता है। उपायुक्त ने कहा कि चाहें कोई प्रशासनिक सेवा से आया हो, चाहें कृषि सेवा से अथवा इंजीनियरिंग सेवा से। सबको इस बात के प्रोत्साहित किया जाता है कि वह नौकरी करने नहीं सेवा करने आएं हैं। दफ्तर में किसी एक दिन 10 बजे पहुंचने से व्यवस्था बेहतर नहीं बनती बल्कि इसे नियमित बनाए रखना होता है। अगर किसी कर्मचारी के मोटिवेशन में कमी लगती है तो नेतृत्वकर्ता होने के नाते यह दायित्व बनता है कि उसे समय-समय पर बेहतर कार्य के लिए प्रेरित किया जाए। इसके अलावा समय-समय पर कर्मचारियों के कार्य की रैंकिंग के आधार पर पुरस्कृत करने का काम किया जाता है।
इन राज्यों के इन जिलों के DC से हुई बातचीत..
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिन 5 जिलों से बात की। उनमें मेघालय का रिभोई जिला शामिल रहा। इसी तरह जम्मू कश्मीर का बारामुला जिला और महाराष्ट्र का नंदूरबार तथा कर्नाटक का यादगिर जिला शामिल रहा। मालूम हो कि आकांक्षी जिलों में केंद्र सरकार की ओर से शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्तीय समावेशन, कृषि और आधारभूत ढांचा के विकास पर कार्य किया जा रहा है। समय समय पर नीति आयोग की ओर से इसका मूल्यांकन भी कराया जाता है। विशेष रूप से चयनित इन जिलों में विकास के कार्य तेजी से हो रहे हैं।