प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने हजारीबाग दौरे के दौरान झारखंड के 30 जनजातीय समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ सीधा संवाद किया. इस बातचीत में पीएम मोदी ने जनजातीय समुदाय की समस्याओं को सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार उनके विकास और कल्याण के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके रहते हुए अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण को किसी भी सूरत में खत्म नहीं किया जाएगा.
विपक्ष के दुष्प्रचार से सावधान रहने की सलाह
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे आरक्षण को लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं, जिससे लोगों को सावधान रहना चाहिए. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि केंद्र सरकार न केवल आरक्षण की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि जनजातीय समुदायों के विकास के लिए भी हरसंभव प्रयास करेगी. प्रधानमंत्री ने जनजातीय समुदाय के लोगों से अपील की कि वे विपक्षी दलों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम से प्रभावित न हों. उन्होंने कहा, “मेरे रहते हुए आरक्षण किसी भी कीमत पर समाप्त नहीं होगा. यह आपका अधिकार है, और सरकार इसे सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार जनजातीय समाज के हर व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
जन-मन, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान
प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की नई पहल “जन-मन, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान” की शुरुआत का भी जिक्र किया. इस अभियान के तहत सरकार विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के लिए कई विकास कार्य कर रही है. पीएम मोदी ने जानकारी दी कि इस अभियान के अंतर्गत 75,800 से अधिक पीवीटीजी घरों का विद्युतीकरण किया जाएगा, जो कि तीन प्रमुख गांवों में होगा. इसके अलावा, 275 मोबाइल मेडिकल इकाइयों का संचालन भी शुरू किया जाएगा ताकि जनजातीय क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा सकें. इसके साथ ही, 500 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन भी सुनिश्चित किया जाएगा ताकि बच्चों की पोषण और शिक्षा की जरूरतें पूरी हो सकें.
जनजातीय समुदायों की समस्याओं पर सरकार का फोकस
प्रधानमंत्री ने जनजातीय समुदाय की समस्याओं को हल करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी जनजातीय समुदायों के कल्याण के लिए काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी. पीएम मोदी ने कहा, “मेरा प्रयास है कि हर जनजातीय समुदाय के चेहरे पर मुस्कान हो और उनके जीवन में सुधार आए.Nप्रधानमंत्री के इस संवाद में संताल, मुंडा, उरांव, हो, कोरबा, असूर, नगेसिया, बड़ाईक, लोहार, पहाड़िया, माल पहाड़िया समेत कई अन्य समुदायों के प्रतिनिधि शामिल थे. इन समुदायों के लोगों ने प्रधानमंत्री से अपनी समस्याओं को साझा किया और उम्मीद जताई कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा.
जनजातीय नेताओं की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण बैठक में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, भाजपा एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव, और एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव भी मौजूद थे. इन नेताओं ने भी जनजातीय समुदाय की समस्याओं को लेकर सरकार के प्रयासों पर चर्चा की और आश्वासन दिया कि वे इन समुदायों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे.
आरक्षण के मुद्दे पर पीएम मोदी का स्पष्ट संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बातचीत में एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि आरक्षण के मुद्दे पर सरकार पूरी तरह से गंभीर है. उन्होंने कहा कि सरकार आरक्षण को न केवल बनाए रखेगी, बल्कि उसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए भी काम करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का उद्देश्य हर वर्ग के विकास को सुनिश्चित करना है, और इसके लिए जनजातीय समुदायों को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है.
जनजातीय समुदाय के विकास पर ध्यान
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि सरकार जनजातीय क्षेत्रों के विकास को लेकर पूरी तरह से गंभीर है. उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदायों के विकास के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं और उन पर तेजी से काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और रोजगार के अवसरों को बेहतर बनाकर जनजातीय क्षेत्रों में सुधार लाने का लक्ष्य रखा गया है.