रांची : विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर बरियातू स्थित विकास भारती के रांची कार्यालय परिसर में पौधरोपण, जल संरक्षण और जन स्वास्थ्य अभियान की शुरुआत की गई। पांच जून से 15 अगस्त तक चलनेवाले इस अभियान का उद्घाटन राज्यपाल रमेश बैस ने किया। उन्होंने तुलसी के पौधा में जल देकर सांकेतिक रूप से अभियान की शुरुआत की। उन्होंने पर्यावरण के प्रेरक दूतों को सम्मानित करते हुए उनसे इस अभियान को सफल बनाने की बात कही। राज्यपाल ने कहा कि अब यदि पर्यावरण के प्रति लोग सचेत नहीं हुए तो बहुत बड़ी परेशानी हो सकती है। यह समय पर्यावरण के प्रति गंभीर होने का है। झारखंड के सभी लोग प्रकृति के उपासक हैं। प्रकृति के उपासक होने के बावजूद आज हमें जंगल बचाने, पानी बचाने की जरूरत पड़ रही है।
राज्यपाल ने कहा कि हम सिर्फ नारे दे सकते हैं, पानी है तो जीवन है, पानी का एक-एक बूंद कीमती है, लेकिन उस नारे को हमें अपनाना होगा। जंगल को बचाना होगा। अगर जंगल नहीं रहेगा तो बारिश नहीं होगी, बारिश नहीं होगी तो जीवन नहीं होगा। हम अपने लिए न सही पर आने वाली पीढ़ी के लिए करें, ताकि आने वाली पीढ़ी ये न कहे कि मेरे पूर्वज मेरे लिए कुछ नहीं छोड़ गए। उन्होंने कहा कि बोलते सब हैं पर करता कौन है, यह बड़ी बात है। उन्होंने इस अभियान के लिए संस्था के सचिव पद्मश्री अशोक भगत को बधाई दी। कहा कि अशोक भगत जी अपने गांव अपने देश की सच्ची सेवा कर रहे हैं। इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा पर्यावरण के प्रेरक दूतों को शॉल, पौधा एवं बैनर देकर पर्यावरण सुरक्षा के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया गया। राज्यपाल ने जन शिक्षण संस्थान परिसर में पौधरोपण भी किया। इससे पहले अशोक भगत ने शॉल ओढ़ाकर राज्यपाल को सम्मानित किया। इसके बाद सम्राट सेन गुप्ता ने विकास भारती बिशुनपुर की विगत 40 वर्षों की उपलब्धियों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया।
7500 गांवों तक अभियान के जरिए पहुंचेंगे : अशोक भगत
पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि विकास भारती 1983 से छोटे से गांव में बैठकर लोगों के साथ घुल-मिल कर लोगों की संस्कृति को समझकर एक-एक विषयों पर कार्य कर रहा है। कहा कि आज भारत के आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हम पुनः यह संकल्प ले रहे हैं कि 7500 गांवों में इस अभियान के अंत तक 15 अगस्त तक जाएंगे। यह अभियान जन जागरण, पौधरोपण, स्वास्थ्य समेकित होगा।
इस अवसर पर रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ कामिनी कुमारी, बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह, साईं नाथ यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ एसपी अग्रवाल, झारखंड राय यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ सबिता सेंगर, डीएसपीएमयू के पूर्व कुलपति डॉ सत्यनारायण मुंडा, विकास भारती के अध्यक्ष डॉ अजय सिंह, उपाध्यक्ष डॉ रंजना चौधरी आदि उपस्थित थे। मंच संचालन शशि सिंह ने व धन्यवाद ज्ञापन विकास भारती बिशुनपुर के संयुक्त सचिव महेंद्र भगत ने किया।