कोल्हान विश्वविद्यालय में 17 अक्टूबर से पीजी नामांकन, 23 नवंबर से कक्षाएँ शुरू…..

कोल्हान विश्वविद्यालय ने स्नातकोत्तर (पीजी) सत्र 2024-26 के पहले सेमेस्टर में नामांकन प्रक्रिया की घोषणा कर दी है. इस साल करीब चार महीने की देरी के बाद पीजी में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो रही है. इसके लिए 17 अक्टूबर से 7 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन फॉर्म चांसलर पोर्टल https://jharkhanduniversities.nic.in के माध्यम से भरे जाएंगे. विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया है कि स्नातक अंतिम सेमेस्टर का परिणाम देर से आने के कारण नामांकन की प्रक्रिया में देरी हुई है.

प्रमुख तिथियाँ:

• आवेदन फॉर्म भरने की तिथि: 17 अक्टूबर से 7 नवंबर तक

• प्रथम मेधा सूची का प्रकाशन: 12 नवंबर

• प्रथम मेधा सूची के आधार पर दाखिले की तिथि: 12 से 18 नवंबर

• द्वितीय मेधा सूची का प्रकाशन: 20 नवंबर

• द्वितीय मेधा सूची के आधार पर दाखिले की तिथि: 20 से 22 नवंबर

• कक्षाएँ शुरू होने की तिथि: 23 नवंबर

इसके अलावा, पीजी के लिए आवेदन शुल्क सामान्य और ओबीसी वर्ग के छात्रों के लिए 200 रुपए और एससी/एसटी वर्ग के छात्रों के लिए 150 रुपए निर्धारित किया गया है. शुल्क ऑनलाइन चांसलर पोर्टल के माध्यम से जमा किया जाएगा. विवि ने सभी कॉलेजों को निर्देश दिया है कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान छात्रों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए हेल्प डेस्क की व्यवस्था की जाए.

दाखिले की प्रक्रिया:

कोल्हान विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में लगभग 6,000 सीटें हैं. हर साल 8,000 से अधिक छात्र इन सीटों के लिए आवेदन करते हैं. छात्रों को ध्यान में रखते हुए, विश्वविद्यालय ने नामांकन प्रक्रिया को इस बार सुव्यवस्थित और समयबद्ध तरीके से आयोजित करने का निर्णय लिया है. पहली मेधा सूची के बाद छात्रों का मास्टर डाटा विवि को सौंपा जाएगा, ताकि एडमिशन प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ पूरा किया जा सके.

पीजी सत्र 2023-24 का परिणाम:

कोल्हान विश्वविद्यालय ने पीजी सत्र 2023-24 के पहले सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है. इस परीक्षा में लगभग 20 प्रतिशत छात्र प्रमोट (फेल) हो गए हैं. परीक्षा परिणाम में लगभग 9 महीने की देरी हुई, जिसके कारण छात्रों को काफी इंतजार करना पड़ा. छात्र विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना परिणाम देख सकते हैं. परीक्षा नियंत्रक डॉ. अजय कुमार चौधरी ने यह जानकारी साझा की. इस बार दाखिले में हो रही देरी को देखते हुए, विश्वविद्यालय ने यह सुनिश्चित किया है कि कक्षाएँ 23 नवंबर से शुरू कर दी जाएँगी. इससे दाखिले में हुई देरी से उत्पन्न शैक्षणिक गैप को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.

समस्याओं के समाधान हेतु हेल्प डेस्क:

विश्वविद्यालय ने सभी संबंधित कॉलेजों को यह निर्देश दिया है कि दाखिले के समय छात्रों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए हेल्प डेस्क की स्थापना की जाए. इस व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि कोई भी छात्र जानकारी के अभाव में नामांकन से वंचित न हो. छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर अपने आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ दाखिले की प्रक्रिया में शामिल हों.

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