झारखंड के रामगढ़ जिले में स्थित पतरातू घाटी मन्त्रमुग्ध कर देने वाली हसीन वादियों से घिरा एक पर्यटन स्थल है. ये घाटी समुद्र तट से लगभग 1300 फिट ऊंचा है. अलग-अलग मौसम में घाटी की सुन्दरता अलग सी दिखाई पड़ती है. पर, अब न केवल इसकी घुमावदार सड़कें और खूबसूरत वादियां बल्कि घाटी की दीवारों पर उकेरी जा रही झारखंडी कला-संस्कृति भी लोगों को अपनी और आकर्षित कर रहा है. दीवारों पर सोहराई, जादूपटुआ, कोहबर और पाटकर पेंटिंग की जा रही है. साथ ही घाटी के नौ तल्लों पर स्थित सभी दीवारों पर इस चित्रकला को उकेरा जाएगा. प्राप्त जानकारी के के अनुसार 10 हजार स्क्वायर फीट की दीवार पर घाटी के शुरू से लेकर अंत तक इस पेंटिंग का नजारा देखा जाएगा. जिससे आने-जाने वाले पर्यटक भी झारखंड की कला-संस्कृति से परिचित हो सकेंगे. रांची जिला प्रशासन ने यहां की खूबसूरती को और ज्यादा निखारने के लिए ग्लोबल कंस्ट्रक्शन को कार्यभार सौंपते हुए घाटी के तीखे मोड़ पर साइनेज बोर्ड, जगह जगह रेडियम और रेट्रो रिफ्लेक्टर लगाने हो कहा है.
घाटी की सुन्दरता में लगेगा चार चांद..
तोरपा के रहनेवाले प्रसिद्ध चित्रकार सुदर्शन नायक के नेतृत्व में पूरे घाटी की पेंटिग का काम चल रहा है. 32 साल के अनुभवी सुदर्शन नायक इस कलाकृति में अन्यंत माहिर व महारती हैं. जहां इस बार उनके साथ दुर्गा महतो भी चित्रकारी कर रहे हैं. सुदर्शन से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया की जमशेदपुर के रोड किनारे उनके द्वारा ऐसी कई चित्रकारी उकेरी गई हैं. इसके अलावा वह गुमला, हजारीबाग और घाटशिला में भी ऐसी पेंटिंग्स कर चुके हैं. यहां पर भी काम पूरा होने के बाद नजारा और भी मनमोहक और आकर्षण हो जायेगा. ऐसे भी यहां लेक रिसोर्ट बनने के बाद से पतरातु घाटी की सुन्दरता पूरे देश भर में चर्चित है.