धनबाद सिविल कोर्ट के जज उत्तम आनंद की मौत मामले में लापरवाही को लेकर कार्रवाई की गयी है। धनबाद एसएसपी ने पाथरडीह थाना प्रभारी को लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड कर दिया है। बता दें की 28 जुलाई को जज को टक्कर मारने वाले ऑटो की चोरी पाथरडीह थाना क्षेत्र से हुई थी। वो ऑटो 27 जुलाई की रात चोरी हुई थी। इसकी प्राथमिकी पाथरडीह थाने में दर्ज हुई थी। पाथरडीह थाना प्रभारी पर ऑटो चोरी को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप है। जानकारी के अनुसार जज को धक्का मारने वाले ऑटो के मालिक का घर पाथरडीह थाना क्षेत्र में ही है और चालक व उसका सहयोगी भी इसी इलाके का रहने वाला है।
इधर, जिस ऑटो से जज की जान गई, उसके मालिक रामदेव लोहार ने शनिवार की रात सुदामडीह थाना में सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने से पूर्व उसने खुद को निर्दोष बताया। उसने कहा-ऑटो चोरी हो गया था। बाद में पता चला कि ऑटो से जज की जान चली गई तो डर कर भाग गया। इस दौरान घर के आसपास ही जंगलों में छिपा रहा। यह पूछने पर कि क्या बीमा की राशि के लिए उसने खुद ऑटो चोरी करवाया, उसने कहा कि तीन माह पूर्व ही सेकेंड हैंड ऑटो खरीदा था। पेपर भी ट्रांसफर नहीं हुआ तो इंश्योरेंस कैसे ले पाता। रामदेव ने यह भी कहा कि वह पूर्व में डकैती, चोरी समेत अन्य मामलों में जेल जा चुका है। अभी वह महुआ शराब बेचता है।
वहीं, शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद की मौत की सीबीआई जांच कराने की अनुशंसा की है। 28 जुलाई की सुबह माॅर्निंग वाॅक के दाैरान जज उत्तम आनंद को एक ऑटाे ने टक्कर मार दी थी। पुलिस ने इस मामले में ऑटाे और उसके ड्राइवर काे गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का भी गठन किया गया है।