पारस हेल्थकेयर बना अब ‘पारस हेल्थ’ नए लोगो और ब्रांड के साथ..

गुरुग्राम – पारस हेल्थकेयर ने आज अपने नए लोगो लॉन्च के साथ अपने नए ब्रांड का अनावरण किया। जो उपचार और विश्वास का प्रतीक होते हुए नवाचार और प्रगति के प्रति निश्चितता का प्रचार करता है। पारस हेल्थकेयर, जिसे अब ‘पारस हेल्थ’ कर दिया गया है। पारस हेल्थ ने अपने 4 ब्रांड मूल्यों – करुणा, सुगमता, मितव्यता और उत्कृष्टता पर जोर दिया है। पारस हेल्थ का नया दृष्टिकोण एक स्वस्थ भारत के लिए साझेदारी करना है। इसका उद्देश्य बुनियादी सुविधाओं और उपचार की कमी वाले समुदायों के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुलभ बनाना है। नई पहल के एक हिस्से के रूप में, पारस हेल्थ ने रोगियों की क्लीनिकल परीक्षण आवश्यकताओं के लिए प्रयोगशालाओं के एक नए रूप, पारस लैब्स में प्रवेश की घोषणा की है।

नई श्रृंखला खुलने के साथ डिजिटल रिकॉर्ड की सुविधा

पारस हेल्थ का भारत में 6 अस्पतालों का एक नेटवर्क है जो वर्तमान में 1500 बेड संचालित करता है। 2006 में गुरुग्राम में अपने पहले अस्पताल के साथ शुरू हुई सुविधा का विस्तार पटना, दरभंगा, उदयपुर, पंचकुला, रांची तक हो गया है। अब यह श्रीनगर और कानपुर तक फैल गया है। यह नई सुविधाएँ और मरीजों को सहायता प्रदान करने वाली सेवाएं प्रदान कर उन्हें सुव्यवस्थित करेंगे। इसके अतिरिक्त, ईएमआर (Electronic Medical Records) और डिजिटल केयर टचप्वाइंट लागू करेंगे। जिससे मरीज अपने घरों में आराम से मुख्य सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे। पारस हेल्थ द्वारा रोगी का डिजिटल रिकॉर्ड बना कर रखा जाएगा, जिससे रोगियों का उपचार और देखभाल करने में आसानी होगी।

पारस हेल्थ के प्रबंधक ने बताया भविष्य का रोडमैप

पारस हेल्थ के प्रबंधक निदेशक डॉ.धर्मिंदर नागर ने कहा कि,“पिछले 17 वर्षों से पारस हेल्थ अपने मरीजों को सस्ती, सुलभ और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। इसका लक्ष्य हमेशा देश के किसी भी हिस्से में मौजूद होना रहा है जहां उच्च – गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा की आवश्यकता होती है। संगठन ने एक विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रूप में खुद की प्रतिष्ठा बनाई है जो अपने रोगियों की जरूरतों को सर्वप्रथम रखती है। हमारा परिवर्तन केवल हमारे नाम और लोगो में बदलाव तक सीमित नहीं है, बल्कि पारस हेल्थ के भविष्य के रोडमैप को भी ध्यान में रखता है, जिसमें न केवल अस्पताल के साथ रोगियों के घरों से उपचारात्मक, निवारक और देखभाल भी शामिल होगी।“