झारखंड की अजब-गजब पुलिस: होटल से गिरफ्तार आरोपियों में से एक मजदूर, एक सब्जी बेचने वाला..

झारखंड में हेमन्‍त सरकार को गिराने की साजिश का माजरा स्‍पष्‍ट नहीं हो रहा है। पहले दिन तो गोपनीयता इतनी बरती गई कि मीडिया को कोई पुष्टि करने को तैयार नहीं था कि सरकार की गिराने की साजिश या इस तरह के मामले में तीन लोग पकड़े गये हैं। अब इसमें एक नया नाटकीय मोड़ आ गया है। पुलिस ने अभी तक जिन तीन लोगों के गिरफ्तारी की घोषणा की है। उनमें एक सब्जी विक्रेता और दूसरा मजदूर है। ये दोनों बोकारो के रहनेवाले हैं। इनके परिजन का कहना है कि पुलिस ने इन्हें दो दिन पहले बोकारो में उनके घरों से उठाया था। इधर, पुलिस ने इन तीनों को राजधानी रांची के एक होटल से गिरफ्तार करने का दावा किया है। गौरतलब है की इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की खबर भी एक प्रतिष्ठित अखबार में 24 जुलाई को बोकारो संस्करण में प्रकाशित हो चुकी है।

रोज कमाने-खाने वाले सरकार गिराने की साजिश कैसे कर सकते हैं?
परिजन के मुताबिक, दो दिन पहले 22 जुलाई की आधी रात इन्‍हें घर से उठाया गया जबकि पुलिस रांची के होटल से गिरफ्तारी बता रही है। यह भी अजीब संयोग है कि जिस कांग्रेस विधायक अनूप कुमार सिंह ने रांची कोतबाली पुलिस को 22 जुलाई को आवेदन देकर सरकार गिराने की साजिश की बात कही थी वे भी बोकारो जिला के बेरमो विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। वहीं रांची के कोतबाली थाना में मौजूद निवारण प्रसाद महतो के बहनोई सोनू कुमार ने कहा कि पुलिस ने दोनों को दो दिन पहले बोकारो से यह कहकर उठाया कि एक मामले में पूछताछ करनी है। एक-डेढ़ घंटे में छोड़ दिया जायेगा। उसके बाद स्‍कॉर्पियो में बैठाकर दोनों को ले गये। शुक्रवार की शाम तक दोनों को बोकारो के सिटी थाना में रखा गया और शुक्रवार की देर रात रांची भेज दिया। तब शनिवार को वे भागे हुए रांची पहुंचे। निवारण सब्‍जी और फल की रेहड़ी लगाता है जबकि अमित देहाड़ी मजदूर है। कोतबाली थाना में अमित सिंह के पिता भरत सिंह ने कहा कि उनका बेटा बोकारो स्‍टील प्‍लांट में ठेका मजदूर है। जब काम मिलता है तो एवज में दैनिक चार सौ रुपये मिलते हैं। परिजन रांची आये तो मीडिया की खबरों से पता चला कि सरकार गिराने की साजिश में दोनों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों रोज कमाने-खाने वाले हैं, राजनीति से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है। फिर ये सरकार गिराने की साजिश कैसे रच सकते हैं?

इधर BJP के सांसद निशिकांत दूबे ने इस पूरे मामले पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि अब तो 2 लाख में 4 आदमी मिलकर झारखंड में विधायक खरीद रहे हैं। झारखंड के विधायक की कीमत मुख्यमंत्री जी ने 10 हजार लगा दी। बकरीद में तो बकरे की कीमत इससे कई गुना ज़्यादा है? धन्य CM, धन्य विधायक, धन्य पुलिस। वहीं, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा- अंधेर नगरी, चौपट राजा। उन्होंने लिखा कि मालिक अगर अंधा हो जाए तो बिल्लियां थाली में साथ खाएंगी ही।

फिलहाल राज्य की सरकार गिराने की साजिश के तीनों आरोपियों को रांची सिविल कोर्ट के न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश करने के बाद उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। शनिवार को रांची पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को न्यायिक दंडाधिकारी इंचार्ज के समक्ष उनके आवासीय कार्यालय पर पेश किया। इसके बाद प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अजय कुमार गुड़िया की कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। तीनों अभियुक्तों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

×