रक्षाबंधन के अवसर पर, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की गई हैं.
महिलाओं के लिए प्रमुख योजनाएं:
- झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना: इस योजना के तहत 48 लाख से अधिक महिलाओं को प्रतिवर्ष 12 हजार रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी.
- विधवा पेंशन: 50 वर्ष से अधिक की विधवाओं, परित्यक्त या एकल माताओं को प्रतिमाह 1000 रुपये पेंशन के रूप में दिए जा रहे हैं.
- सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना: 10 लाख किशोरियों को 40 हजार रुपये की सहायता राशि दी जा रही है.
- सखी मंडल: लाखों महिलाओं को 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की बैंक क्रेडिट/लिंकेज के रूप में सहायता मिली है.
- फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान: इस योजना के तहत 35 हजार से अधिक महिलाओं को वैकल्पिक आजीविका के अवसर प्रदान किए गए हैं.
- अबुआ आवास योजना और अन्य योजनाएं: पक्का मकान, धोती-साड़ी, हरा राशन कार्ड, रोजगार सृजन, पशुधन योजना, साइकिल वितरण जैसी योजनाएं भी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही हैं.
सीएम सोरेन ने रक्षाबंधन के अवसर पर सभी माताओं, बहनों और बेटियों को बधाई देते हुए कहा कि झारखंड सरकार द्वारा महिलाओं के मान-स्वाभिमान और सम्मान के लिए किए गए प्रयासों को आगे भी जारी रखा जाएगा.
मुख्य बातें:
- राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं.
- इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन में सुधार लाना है.
- महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं समाज में उनके सम्मान और हक-अधिकार को बढ़ावा दे रही हैं.