धनबाद की प्रीति बदल रही कैदियों का जीवन, मदद कर बना रही आत्मनिर्भर..

धनबाद की एक महिला द्वारा नेक पहल की गई है। जहां महिला ने जेल में बंद अपराधियों को अपराध का रास्ता छोड़ मुख्य धारा से जुड़ें और स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ाने के लिए जागरूक किया। वहीं प्रीति ने तीन राज्यों के कैदियों में बदलाव लाने के साथ आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है। वहीं प्रीति न केवल खुद अपने पैरों पर खड़ी हुईं, बल्कि दूसरे राज्यों के कैदियों और महिलाओं को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना रही हैं। दरअसल प्रधानमंत्री के लोकल फार वोकल अभियान को साकार करने में लगी हैं। जहां प्रीति जूट से बैग, फाइल, हैंड बैग, गुड़िया और चप्पल बनाने का प्रशिक्षण दे रही हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक रांची, दुमका, साहिबगंज, धनबाद और बिहार के शेखपुरा, राजस्थान के प्रतापगढ़, कोटा, चित्तौड़गढ़, चुरू व झुंझुनू जेल के 85 कैदियों को जूट से सामग्री बनाने का प्रशिक्षण दे चुकी हैं। वहीं अकेले चुरू में ही 35 कैदियों को प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही तीनों राज्य की 600 महिलाओं को भी प्रशिक्षण दिया गया हैं। बता दें कि इनमें से कई लोगों ने जूट से सामान बनाना और बेचना भी शुरू कर दिया है। बता दें कि राजस्थान के प्रतापगढ़ में तो महिलाओं ने फैक्ट्री भी लगा ली है। जिससे आठ से दस हजार रुपये प्रतिमाह की आमदनी भी होने लगी है।

दो साल पहले शुरू किया अभियान..
बता दें कि प्रीति ने जूट से विभिन्न आयटम बनाने का कार्य दो साल पहले ही शुरू किया और आज इसे आगे बढ़ाने में लगी हैं। जिसमें विभिन्न राज्यों के जिला प्रशासन और जेलर ने बहुत सहयोग दिया है। वहीं प्रीति यह प्रशिक्षण मुफ्त में उपलब्ध कराते आयी हैं। वहीं कैदियों के प्रशिक्षण पर होने वाला खर्च संबंधित राज्य, जिला और जेल प्रशासन द्वारा उठाया जाता है।

कैदियों को मिल रहा सहयोग..
वहीं प्रीति ने भी जानकारी देते हुए कहा कि विभिन्‍न राज्यों की जेलों में जेल प्रशासन और कैदियों का काफी सहयोग मिला। सभी कैदी अपराध की दुनिया से निकलकर अपने पैरों पर खड़े होना चाहते हैं। वहीं चुरू जेल राजस्थान से दो दिन पहले रिहा एक कैदी ने प्रीति से संपर्क कर अपना रोजगार खड़ा करने की सहायता भी मांगी। जिसमें चुरू जेलर भी मदद कर रहे हैं। साथ ही प्रीति ने बताया कि कैदियों और महिलाओं में जूट उत्पाद का प्रशिक्षण लेने को लेकर काफी उत्साहित है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को प्रशिक्षण देने के साथ ही उत्पाद की मार्केटिंग का तरीका भी बता रही हैं। साथ ही विभिन्‍न कंपनियों से संपर्क कर ऑनलाइन बाजार भी उपलब्ध करा रही हैं।

प्रधानमंत्री के लोकल फार वोकल अभियान को बढ़ावा..
बता दें कि प्रीति द्वारा प्रधानमंत्री के लोकल फार वोकल अभियान को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसमें वह कैदियों को जूट से उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दे रही है। साथ ही कैदियों और महिलाओं को वर्तमान में बाजार में प्रचलित विभिन्न तरह के जूट के बैग, कैरी बैग, शापिंग बैग, स्कूल बैग, स्लिग पाउच, आफिस बैग, पर्स, यात्रा बैग, पानी की बोतल के कवर समेत अन्य सामग्री बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

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