साइबर अपराधियों का नया फंदा: फर्जी हेल्पलाइन नंबर और वेबसाइट से ठगी

रांची: राजधानी में साइबर अपराधियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। नए-नए तरीके अपनाकर ये अपराधी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। हाल ही में फर्जी हेल्पलाइन नंबर और वेबसाइट बनाकर ठगी करने के कई मामले सामने आए हैं।

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फर्जी हेल्पलाइन नंबर से खाली कर रहे खाते

साइबर अपराधी अब एटीएम और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर फर्जी हेल्पलाइन नंबर चस्पा कर लोगों को ठग रहे हैं। जब कोई व्यक्ति परेशानी में इन नंबरों पर कॉल करता है, तो अपराधी उन्हें झांसा देकर उनके बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और खाते से पैसे उड़ा लेते हैं।

शादी के नाम पर 12 लाख की ठगी

बरियातू इलाके में रहने वाली एक डॉक्टर साइबर ठगी का शिकार हो गईं। उन्होंने एक मैरेज साइट पर एक युवक से दोस्ती की थी। युवक ने उन्हें विश्वास में लेकर 12 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए और फिर अपना अकाउंट बंद कर दिया। इस मामले में डॉक्टर की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।

फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी

लोअर बाजार थाना क्षेत्र में रहने वाले मो. फारुख को क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया। अपराधियों ने एक फर्जी वेबसाइट बनाई और निवेश करने के नाम पर पैसे ऐंठ लिए। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

पुलिसकर्मी बनकर 1.12 लाख रुपये की लूट

कोतवाली थाना क्षेत्र में बाबूचंद्र ठाकुर नामक व्यापारी से दो अज्ञात व्यक्तियों ने पुलिसकर्मी बनकर 1.12 लाख रुपये लूट लिए। बाबूचंद्र अपने व्यवसायिक लेन-देन के बाद कार्यालय लौट रहे थे, तभी दो व्यक्ति आए और ब्राउन शुगर चेकिंग के नाम पर उनके बैग की तलाशी ली। तलाशी के दौरान अपराधियों ने पैसे निकाल लिए और फरार हो गए।

सावधान रहें, सतर्क रहें

साइबर अपराधों से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। फर्जी हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करने से बचें और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।

राजधानी में बढ़ते साइबर अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस लगातार जांच कर रही है, लेकिन अपराधियों तक पहुंचने में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आम जनता को भी जागरूक रहना होगा ताकि वे इस तरह की ठगी का शिकार न बनें।

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