भारतीय रेलवे ने झारखंड और बिहार के यात्रियों के लिए इस नवरात्रि के अवसर पर एक शानदार तोहफा दिया है. रेल मंत्रालय ने गया से मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल तक नई ट्रेन की घोषणा की है, जो झारखंड के विभिन्न महत्वपूर्ण स्टेशनों से होकर गुजरेगी. इस ट्रेन सेवा की शुरुआत दुर्गा पूजा के दौरान की जाएगी, जिससे झारखंड और बिहार के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी.
रेल मंत्रालय ने दी जानकारी
भारतीय रेलवे ने बताया है कि 22358 गया-लोकमान्य तिलक (टर्मिनल) एक्सप्रेस ट्रेन झारखंड के महत्वपूर्ण स्टेशनों से होकर गुजरेगी और इसे रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिल गई है. यह ट्रेन सप्ताह में एक बार चलेगी. गया से यह ट्रेन बुधवार को शाम 7:00 बजे रवाना होगी और मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल स्टेशन पर शुक्रवार को पहुंचेगी. ट्रेन के संचालन के लिए एलएचबी रेक का उपयोग किया जाएगा और इसमें कुल 22 कोच होंगे, जिससे यह यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित सफर का अनुभव प्रदान करेगी.
झारखंड के 6 प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव
इस नई ट्रेन का झारखंड के छह प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव होगा. यह ट्रेन कोडरमा, हजारीबाग टाउन, बरकाकाना, मेसरा, रांची और हटिया स्टेशनों पर रुकेगी. इन सभी स्टेशनों पर ट्रेन का ठहराव यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा, खासकर उन लोगों के लिए जो मुंबई की यात्रा करते हैं या वहां कामकाज के सिलसिले में जाते हैं. इसके अलावा, इस ट्रेन का ठहराव राउरकेला, झारसुगुड़ा, रायगढ़, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया, नागपुर, वर्धा, बडनेरा, अकोला, भूसावल, जलगांव, नासिक और कल्याण जैसे प्रमुख स्टेशनों पर भी होगा.
नागपुर और झारसुगुड़ा के रास्ते से होगी यात्रा
ट्रेन के रूट की बात करें तो यह ट्रेन रांची के टाटीसिल्वे से होते हुए झारसुगुड़ा और नागपुर के रास्ते से होकर मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल पहुंचेगी. इस रूट के माध्यम से ट्रेन झारखंड और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को न केवल समय की बचत का अवसर देगी, बल्कि उन्हें आरामदायक यात्रा का अनुभव भी कराएगी.
ट्रेन के समय सारणी पर एक नजर
भारतीय रेलवे ने इस ट्रेन की समय सारणी भी जारी की है, जिसके अनुसार 22358 गया-लोकमान्य तिलक (टर्मिनल) एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को शाम 7:00 बजे गया से रवाना होगी और रात 11:50 बजे झारखंड के टाटीसिल्वे स्टेशन से गुजरेगी. झारखंड के अन्य प्रमुख स्टेशन जैसे कोडरमा, हजारीबाग टाउन, बरकाकाना, मेसरा, रांची और हटिया पर भी इसका ठहराव होगा. इसके बाद ट्रेन झारसुगुड़ा स्टेशन पर सुबह 4:53 बजे पहुंचेगी और वहां से दो मिनट बाद रवाना हो जाएगी. दोपहर 3:00 बजे ट्रेन नागपुर पहुंचेगी और पांच मिनट रुकने के बाद फिर से अपनी यात्रा शुरू करेगी. अंततः यह ट्रेन शुक्रवार सुबह 5:50 बजे मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल स्टेशन पर पहुंचेगी. वहीं, 22357 लोकमान्य तिलक टर्मिनल-गया एक्सप्रेस ट्रेन की समय सारणी के अनुसार यह ट्रेन शुक्रवार को दोपहर 1:15 बजे मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल से रवाना होगी. इसके बाद यह नागपुर स्टेशन पर दोपहर 1:20 बजे पहुंचेगी और वहां से पांच मिनट के ठहराव के बाद रवाना होगी. झारखंड के टाटीसिल्वे स्टेशन पर यह ट्रेन शुक्रवार को शाम 5:00 बजे पहुंचेगी और अंततः शनिवार रात 10:50 बजे यह गया स्टेशन पर पहुंचेगी.
तारीख की घोषणा अभी बाकी
हालांकि, इस नई ट्रेन के संचालन की तारीख की घोषणा अभी रेलवे द्वारा नहीं की गई है. रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि इसे जल्द से जल्द शुरू करने की तारीख तय की जाएगी. रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर (कोचिंग) संजीव आर नीलम ने बताया कि यह सेवा बहुत जल्द शुरू होने की उम्मीद है. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रेन के उद्घाटन के दिन विशेष सेवा की व्यवस्था भी की जा सकती है.
झारखंड के यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत
इस ट्रेन की घोषणा से झारखंड और बिहार के यात्रियों में खुशी की लहर है. झारखंड के डीआरयूसीसी (दिविजनल रेलवे उपयोगकर्ता कंसल्टेटिव कमेटी) के सदस्य संजय अखौरी ने इस ट्रेन की शुरुआत पर राज्य के लोगों को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इस नई ट्रेन सेवा से झारखंड के यात्रियों को मुंबई की यात्रा में बहुत राहत मिलेगी. झारखंड के लोग, जो मुंबई में नौकरी या व्यापार के सिलसिले में जाते हैं, उनके लिए यह ट्रेन यात्रा को और भी सुगम बनाएगी. इसके अलावा, गया और अन्य क्षेत्रों के यात्री भी इस ट्रेन का लाभ उठा सकेंगे. खासकर दुर्गा पूजा के दौरान जब यात्रियों की संख्या अधिक होती है, यह ट्रेन उन्हें बेहतर सुविधाएं और विकल्प प्रदान करेगी. ट्रेन के संचालन से दोनों राज्यों के बीच की दूरी को कम करने के साथ-साथ व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा का खास ध्यान रखते हुए इस ट्रेन में एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच लगाए हैं, जो यात्रियों की सुरक्षा और आराम के लिहाज से अत्यधिक सुरक्षित और आरामदायक होते हैं. यह ट्रेन अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों की तुलना में कम समय में सफर पूरा करेगी, जिससे यात्रियों को समय की बचत होगी. एलएचबी कोच में अधिक यात्री क्षमता होने के कारण अधिक संख्या में लोग इस ट्रेन का लाभ उठा सकेंगे.