सीएम चंपाई सोरेन ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को ये निर्देश दिया है कि सिरमटोली फ्लाईओवर रांची शहर की ट्रैफिक समस्या को नियंत्रित करने का एक बेहतर विकल्प है. फ्लाईओवर निर्माण कार्य में किसी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि पूरे राज्य में यातायात नियंत्रण सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने सिमरटोली से मेकॉन तक बनने वाले फ्लाईओवर निर्माण को सिंतबर 2024 तक खत्म करने का निर्देश दिया गया है. अधिकारियों को आदेश देते हुए सीएम ने कहा कि फ्लाईओवर निर्माण में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए.
रेलवे से की गई मदद की अपील..
दरअसल, सिरमटोली से मेकॉन तक बनने वाले फ्लाईओवर निर्माण कार्य में दो जगहों पर केबुल स्टे पुल बनाने की जरूरत है. इस कार्य के लिए रेलवे से सहयोग की अपील की गई है. केबुल स्टे पुल बनाने वाले दो जगहों के अलावा लगभग सभी कार्य पूरे हो गए हैं. इस काम के लिए विभाग ने रेलवे से मदद मांगी है. रेलवे की ओर से भी पूर्ण सहयोग देने की बात कही गई है.
ट्रैफिक से राहत प्रदान करने के लिए राज्य में बनेंगे 12 फ्लाईओवर..
झारखंड में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए पूरे राज्य में 12 फ्लाईओवर के निर्माण का कार्य जारी किया जाएगा. जो उम्मीदतः सितंबर 2024 तक खत्म होने की संभावना है. इसमें सरायकेला में 2 और दुमका में एक फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है. बाकी के 9 फ्लाईओवर रांची में बनवाए जायेंगे ताकि राजधानी रांची के लोगों को ट्रैफ्कि से राहत मिल सके. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने समीक्षा बैठक में बताया कि दुमका, डाल्टनगंज, चाईबासा, गिरिडीह एवं जमशेदपुर में बाईपास रोड बनाने के लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है.
रांची वासियों के लिए खुशी की बात..
रांची निवासियों को जल्द ही जाम ने छुटकारा मिला सकता है. दरअसल, (रांची) करमटोली से रिम्स होते हुए बूटी मोड़ तक और हिनू से बिरसा चौक होते हुए डीपीएस स्कूल तक फ्लाईओवर बनवाया जा रहा है. इसके लिए डीपीआर बनाया गया है. बैठक में रांची में इंटरनल रिंग रोड बनाने पर भी चर्चा हुई. इस पर विभाग की ओर से बताया गया कि इंटरनल रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव पर काम शुरू हो चुका है, जिसकी लंबाई 52 किलोमीटर होगी.