भाकपा माओवादी संगठन के जोनल कमांडर जीवन कंडुलना के सरेंडर के बाद उसके निशानदेही पर पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने हथियारों का जखीरा बरामद किया है। ये हथियार जंगल में छिपाकर रखे गए थे। इस बारे में जानकारी देते हुए कोल्हान रेंज डीआईजी राजीव रंजन ने बताया कि 10 लाख रुपये के ईनामी भाकपा माओवादी जीवन कंडुलना ने रविवार को रांची में आत्मसमर्पण किया था। जिसके बाद पूछताछ में उसने कई अहम जानकारी दी थी। उसी की निशानदेही पर पुलिस को ये बड़ी सफलता हाथ लगी है।
जीवन ने सोनुवा थाना अंतर्गत केड़ाबीर टोला के टेंडरकोचा के जंगल में अपने संगठन के हथियार छुपाकर रखे थे।ये संगठन पोड़ाहाट में सक्रिय था। जीवन से मिली सूचना के सत्यापन के लिए पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने जिला पुलिस तथा सीआरपीएफ के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाया। इसी क्रम में सुरक्षाबलों की उक्त टीम ने सोनुवा थाना अंतर्गत केड़ाबीर टोला टेंडरकोचा के जंगल में भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक सामग्री व अन्य कई चीजें बरामद की है। इसमें 303 बोर का एक रायफल, 315 बोर का तीन रायफल, गोली 220 पीस, गोली पाउच 2 पीस, हैंड ग्रेनेड 2 पीस, कोडेक्स वायर, डेटोनेटर 1 पीस व कई नक्सल साहित्य व नक्सल पर्चा बरामद किया गया है।
इस संबंध में सोनुवा थाना के आर्म्स एक्ट सीएलए एक्ट एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं में कांड दर्ज किया गया है। कोल्हान रेंज के डीआईजी राजीव रंजन ने बताया कि ये जांच का विषय है कि ये गोलियां कौन सप्लाई करता था।
पुलिस आशंका जता रही है कि जिन लोगों के पास लाइसेंसी राइफल है वही लोग शायद नक्सलियों को गोलियां सप्लाई करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए एक टीम गठित कर उनकी भी जांच की जाएगी। मजिस्ट्रेट की निगरानी में सभी लाइसेंस धारियों की बंदूक और कारतूस की जांच की जाएगी।
छापेमारी दल में अपर पुलिस अधीक्षक अभियान उमेश कुमार साह, सीआरपीएफ 60 बटालियन के राजू डी नायक, अविनाश यादव, सोनुवा थाना प्रभारी सोहन लाल, सोनुआ पुअनि पवन कुमार राणा, सअनि खेला मुर्मू, सअनि अशोक विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में सैट-3 व सीआरपीएफ के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।