25 लाख का इनामी नक्सली प्रद्युमन चौपारण जंगल से गिरफ्तार, झारखंड- बिहार में दर्ज है 90 मामले..

भाकपा माओवादी कमांडर प्रदुमन शर्मा की गिरफ्तारी झारखंड के हजारीबाग जिले के चौपारण थाना क्षेत्र से की गई है। नक्‍सली प्रदुमन 25 लाख का इनामी है। हजारीबाग के एसपी मनोज रतन चौथे के मुताबिक उन्हें सूचना मिली थी कि चौपारण थाना क्षेत्र के दासी कर्मा क्षेत्र में प्रदुमन अपने दस्ते के साथ मौजूद है। इसके बाद एसपी अभियान निगम प्रसाद के नेतृत्व में टीम बनाकर कार्रवाई की गई। इसके बाद प्रदुमन शर्मा की गिरफ्तारी हुई है। 25 लाख के इनामी नक्सली प्रदुमन शर्मा की गिरफ्तारी की जानकारी आज शुक्रवार को हजारीबाग के एसपी मनोज रतन चौथे ने प्रेस वार्ता कर दी।

हजारीबाग एसपी मनोज रतन ने बताया कि गिरफ्तार प्रद्युमन शर्मा उर्फ कुंदन उर्फ साकेत पर झारखंड और बिहार में कुल 90 मामले दर्ज हैं। एसपी ने बताया कि 3 नवंबर, 2016 को बिहार के नवादा स्थित सिरदला थाना क्षेत्र के ठेकाही मोड़ के पास नक्सली प्रद्युमन शर्मा के नेतृत्व में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन के बेस कैंप पर हमला बोला था। 10 अगस्त, 2019 को चौपारण थाना क्षेत्र के ग्राम भेदल के पास पुलिस मुठभेड़ हुई थी। जिसका नेतृत्व प्रद्युमन शर्मा ने की थी. इसमें एक माओवादी मारा गया था। 19 अक्टूबर, 2018 को चौपारण थाना क्षेत्र के बक्सा डेमा से चौथी तक नहर निर्माण कार्य कर रही कंपनी लार्ड इंफ्राकॉम प्राइवेट लिमिटेड के देहर साइड में मिक्सर मशीन, पानी टैंकर समेत कई उपकरण को आग के हवाले कर दिया था। वहीं, वर्ष 2016 में चौपारण के अंबातरी में घर में विस्फोट कर बाहर खड़े कई वाहनों को जलाया था। प्रद्युमन शर्मा पर कोडरमा और चतरा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कई घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है।

गिरफ्तार नक्सली प्रद्युमन शर्मा पिता स्वर्गीय ठाकुर आनंद शर्मा बिहार के जहानाबाद थाना अंतर्गत हुलासगंज स्थित रूस्तमपुर का रहनेवाला है। भाकपा माओवादी नक्सली संगठन में वर्ष 1996 में वो शामिल हुआ। संगठन में प्रद्युमन को मारक दस्ता का सदस्य बनाया गया. इसके बाद वह लगातार संगठन के लिए बड़े ठेकेदारों, व्यापारियों व डॉक्टरों से भारी लेवी वसूली करने लगा। उसकी रुचि बम बनाने में थी. इसलिए संगठन में लगातार इसके पद में प्रोन्नति होता गया और जल्द ही वो IED एक्सपर्ट बन गया। एसपी मनोज रतन चोथे ने बताया कि IED लगाने के क्रम में प्रद्युमन शर्मा का दोनों हाथ उड़ गया था। उसके दोनों हाथ नहीं है। इस कारण संगठन में लूलहा के नाम से जाना जाता है।

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