प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (PLFI) के जोनल कमांडर जीदन गुड़िया को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। सोमवार सुबह खूंटी के मुरहू के कोयंग्सर में CRPF और जिला पुलिस के जवानों से उग्रवादियों की मुुठभेड़ हो गई। इस दौरान सुरक्षाबलों ने जीदन गुड़िया को मार गिराया। जीदन पर झारखंड सरकार ने 15 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। उसके खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में करीब 100 से अधिक मामले दर्ज थे।
लंबे समय से थी पुलिस को जीदन की तलाश..
मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से एक AK- 56 रायफल, तीन मैगजीन, 2 वाॅकी टॉकी, 10 मोबाइल, 75 से अधिक सीम कार्ड, 26 हजार रुपए नगद समेत दिनचर्या में उपयोग होने वाला सामान बरामद किया गया। है। पुलिस को लंबे समय से जीदन गुड़िया की तलाश थी। PLFI के सरगना दिनेश गोप के बाद संगठन में दूसरे स्थान पर जीदन गुड़िया काम करता था। सुरक्षाबलों को गुप्त सूचना मिली थी कि जीदन गुड़िया अपने दस्ते के साथ कोयंग्सर पहाड़ी इलाके में घूम रहा है। इसी सूचना के बाद जवान सर्च ऑपरेशन चलाते हुए मौके पर पहुंचे।
जवाबी कार्रवाई में मार गिराया..
इसी दौरान उग्रवादियों की नजर जवानों पर पड़ी तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और एक नक्सली को मार गिराया। खुद पर भारी पड़ता देख उसके बाकी साथी मौके से भाग निकले। जवान जब मारे गए उग्रवादी के पास पहुंचे तो उसकी पहचान जीदन गुड़िया के रूप में की गई। फिलहाल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है। जीदन तोरपा थाना क्षेत्र के कोचा गांव का रहने वाला था और PLFI में करीब 10 वर्षों से सक्रिय था।
5 करोड़ में ली थी सुदेश महतो की हत्या की सुपारी..
जीदन गुड़िया ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो की हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए एक नेता ने जीदन गुड़िया को पांच करोड़ रुपए की सुपारी दी थी। पीएलएफआई के जोन्हा एरिया कमांडर देवसिंह मुंडा ने अगस्त 2018 में पुलिस की पूछताछ में यह खुलासा किया था। देवसिंह मुंडा ने कहा था कि जीदन गुड़िया ने वर्ष 2013 में ही सुदेश महतो की हत्या की सुपारी ली थी। उसने दो बार सुदेश की हत्या करने की कोशिश भी की, लेकिन असफल रहा।
पांच साल बीत जाने के बाद भी जब जीदन अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हुआ तो उस राजनेता ने सुपारी की रकम वापस करने की मांग की। जीदन ने उस नेता से कुछ और समय मांगा। लेकिन जब भी वह हत्या के लिए अपनी टीम को मजबूत करता, पुलिस उसके सदस्यों को पकड़कर जेल भेज देती।
मुंडा ने कहा कि वर्ष 2014 में 27-28 जनवरी को सिल्ली में आयोजित प्रतिभा दर्शन महोत्सव में सोनाहातू के जीतन पातर मुंडा उर्फ प्रशांत एक काले बैग में शक्तिशाली टाइमर बम लेकर पहुंचा। सुदेश के साथ वह मंच पर चढ़ा भी। लेकिन बम का बड़ा साइज होने के कारण इसे फिट नहीं कर सका। इसके बाद जीतन ने 26 फरवरी 2014 को दूसरा प्रयास किया। जोन्हा में एक शादी में सुदेश महतो शामिल होने गए थे। योजना थी कि भोजन करने के दौरान हमला किया जाएगा। लेकिन हमले से कुछ घंटे पहले ही अनगड़ा पुलिस ने जीतन के साथ ही सोनाहातू के संजय पातर मुंडा को भी गिरफ्तार कर लिया था।