नए साल के अवसर पर रांची में राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है. यह मेला 17 जनवरी से 26 जनवरी तक रांची के जिला स्कूल मैदान में आयोजित होगा. रविवार को भूमि पूजन के साथ मेले की तैयारियां शुरू हो गईं. इस बार यह मेला हर आयु वर्ग के पाठकों के लिए खास होगा, क्योंकि यहां हिन्दी और अंग्रेजी में हजारों किताबें एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी. मेले के दौरान स्कूली बच्चों के लिए कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिसमें कविता–कहानी सुनाने, चित्रकला, गायन और नृत्य प्रतियोगिताएं प्रमुख हैं. देशभक्ति गीत और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं भी होंगी. इन सभी प्रतियोगिताओं में भाग लेना नि:शुल्क रहेगा. इसके अलावा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी मेले का मुख्य आकर्षण होगा.
समाज में किताबों के प्रति बढ़ेगी जागरूकता
पुस्तक मेले का आयोजन नई दिल्ली स्थित संस्था समय इंडिया द्वारा किया जा रहा है. संस्था के प्रबंध न्यासी चन्द्र भूषण ने बताया कि इस मेले का उद्देश्य समाज में किताबों के प्रति बढ़ रही उदासीनता को कम करना है. यह मेला पाठकों और पुस्तकों के बीच की दूरी को खत्म करने का एक प्रयास है. उन्होंने यह भी बताया कि मेले में आने वाली किताबें पाठकों को संवेदनशील और मानवीय दृष्टिकोण प्रदान करेंगी.
प्रकाशकों में उत्साह
राष्ट्रीय पुस्तक मेले में विभिन्न प्रमुख प्रकाशन संस्थाएं भाग ले रही हैं. इनमें राजपाल एंड संस, प्रकाशन संस्थान, समय प्रकाशन, यश प्रकाशन, लक्ष्मी प्रकाशन, नैय्यर बुक सर्विस, वर्मा बुक कम्पनी, रोहित बुक कम्पनी, विकल्प प्रकाशन, आर्यन बुक कम्पनी (नई दिल्ली), हिन्द युग्म (गौतम बुद्ध नगर), दिव्यांश प्रकाशन (लखनऊ), योगदा सत्संग सोसायटी ऑफ इंडिया, गीता प्रेस (रांची), और कबीर ज्ञान प्रकाशन केन्द्र (गिरिडीह) जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं. चन्द्र भूषण ने बताया कि इस मेले में भाग लेने वाले प्रकाशक नई और पुरानी किताबों का शानदार संग्रह लेकर आ रहे हैं. उनका कहना है कि “पुस्तकें बोलेंगी, बातें करेंगी और पाठकों को एक नई दुनिया में ले जाएंगी.
बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम
स्कूली बच्चों को ध्यान में रखते हुए मेले में विविध प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी. इनमें कविता और कहानी सुनाओ प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, गायन और नृत्य प्रतियोगिता, देशभक्ति गीत और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं प्रमुख हैं. इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही, कवियों और कवयित्रियों को सुनने का अवसर भी पाठकों को मिलेगा.
मेले का समय और मुख्य जानकारी
पुस्तक मेला प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात 7:30 बजे तक खुला रहेगा. चन्द्र भूषण ने बताया कि यह मेला न केवल किताब प्रेमियों के लिए, बल्कि समाज में साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है. भूमि पूजन के दौरान मंडप निर्माण करने वाली संस्था के कर्मचारी और प्रतिनिधि, स्थानीय लेखक जेबी पांडेय, संध्या पांडेय और अन्य संस्कृतिकर्मी उपस्थित थे. यह मेला न केवल किताब प्रेमियों के लिए एक उत्सव होगा, बल्कि रांची के साहित्यिक और सांस्कृतिक माहौल को भी समृद्ध करेगा.