रांची, 20 जून 2025 | झारखंड की राजधानी रांची में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते नदियां, जलप्रपात और डैम उफान पर हैं। ऐसे में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसे में डीपीएस रांची के म्यूजिक टीचर माइकल घोष जोन्हा फॉल की तेज धार में बह गए। शुक्रवार को भी उनकी तलाश जारी रही, लेकिन अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम सर्च ऑपरेशन में लगी हुई है।
📸 फोटो खिंचवाने के दौरान हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, माइकल घोष, रांची डीपीएस स्कूल में म्यूजिक टीचर थे और मूल रूप से धनबाद के रहने वाले थे। वर्तमान में वह अलकापुरी, रांची में रहते थे। गुरुवार को वह अपने दो शिक्षक साथियों — पंकज श्रीवास्तव और ऋत्विक सामंता के साथ जोन्हा फॉल घूमने पहुंचे थे।
तीनों शिक्षक सीढ़ियों पर बैठकर भोजन कर रहे थे। भोजन के बाद माइकल घोष पानी के बीच एक विशालकाय फिसलन भरे पत्थर पर जाकर खड़े हो गए और अपने दोस्तों से फोटो खींचने को कहा। इसी दौरान पैर फिसलने से वह सीधे तेज बहाव की धारा में जा गिरे और कुछ ही क्षणों में आंखों से ओझल हो गए।
🚨 घटना के तुरंत बाद पुलिस और रेस्क्यू टीम सक्रिय
घटना के तुरंत बाद उनके दोस्तों ने शोर मचाया, जिसके बाद स्थानीय लोग और अनगड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी हीरालाल साह ने राहत कार्य शुरू कराया और तुरंत एनडीआरएफ को सूचना दी। शुक्रवार की सुबह एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और खोज अभियान शुरू किया गया, जो अब भी जारी है।
👥 परिजन पहुंचे मौके पर, स्कूल प्रशासन स्तब्ध
घटना की सूचना मिलते ही माइकल घोष के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। डीपीएस रांची का स्टाफ और छात्र समुदाय इस घटना से गहरे सदमे में हैं।
एक स्टाफ सदस्य ने बताया,
“माइकल घोष न सिर्फ शानदार म्यूजिक टीचर थे बल्कि छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय और विनम्र व्यक्तित्व थे। उनके यूं अचानक लापता हो जाने की खबर से हम सभी स्तब्ध हैं।”
🌊 जोन्हा फॉल: मानसून में बन चुका है खतरनाक जोन
जोन्हा फॉल मानसून के समय विशेष रूप से तेज बहाव और फिसलन भरे इलाके के लिए जाना जाता है। इसके बावजूद पर्यटकों और स्थानीय लोगों द्वारा सावधानी नहीं बरतना कई बार हादसों की वजह बन चुका है।
प्रशासन द्वारा ‘नो-एंट्री’ जोन भी चिह्नित किए जाते हैं, लेकिन कई बार अनदेखी की जाती है।
माइकल घोष की खोज में एनडीआरएफ की टीम का सघन सर्च ऑपरेशन जारी है। यह घटना झारखंड में मानसून के दौरान लोगों को एक चेतावनी देती है कि प्राकृतिक सुंदरता के बीच भी सावधानी और सुरक्षा का ध्यान अत्यंत आवश्यक है।
प्रार्थना है कि माइकल घोष जल्द सुरक्षित मिलें, और यदि नहीं, तो परिवार को न्याय और सच्चाई मिल सके।