रांची, 15 जून 2025 : झारखंडवासियों के लिए अच्छी खबर है। राज्य में अगले सप्ताह मानसून की औपचारिक दस्तक होने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 17 से 19 जून के बीच दक्षिण-पश्चिमी मानसून झारखंड में प्रवेश कर सकता है। इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने 17 और 18 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट, जबकि 16 जून को येलो अलर्ट जारी किया है।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक अभिषेक आनंद ने जानकारी दी कि रविवार (16 जून) से राज्य में मानसून पूर्व गतिविधियां तेज़ हो सकती हैं और अगले दो दिनों के भीतर परिस्थितियां मानसून के आगमन के लिए अनुकूल बनती दिख रही हैं। उन्होंने बताया कि इस बार मानसून पहले ही 24 मई को केरल पहुंच गया था, जो सामान्य से एक सप्ताह पहले है।
मानसून का इतिहास और आंकड़े
झारखंड में आमतौर पर मानसून 12 जून से 25 जून के बीच आता रहा है। वर्ष 2010 से अब तक के आंकड़े भी इसी अवधि को दर्शाते हैं।
अभिषेक आनंद ने बताया कि चार महीने की मानसून अवधि (जून से सितंबर) में राज्य में इस बार सामान्य बारिश की उम्मीद है।
हालांकि अभी तक झारखंड में वर्षा की स्थिति कमजोर रही है।
1 जून से 14 जून 2025 के बीच राज्य में 58% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। जहां इस दौरान सामान्य वर्षा 49.1 मिमी होनी चाहिए थी, वहीं केवल 20.8 मिमी वर्षा हुई है।
पिछले वर्षों की स्थिति
- 2024 में मानसून की बारिश सामान्य रही थी।
- 2023 में, झारखंड सरकार ने 17 जिलों के 158 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया था।
- 2022 में, 260 प्रखंडों में से 226 प्रखंडों को जून-जुलाई में कम बारिश के चलते सूखा प्रभावित घोषित किया गया था।
आगे की संभावनाएं
मौसम विभाग ने रविवार को हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई है, जबकि सोमवार को चक्रवाती परिसंचरण के कारण कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
विशेष रूप से दक्षिण-पश्चिमी और मध्य झारखंड में अत्यधिक बारिश की आशंका है।
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग को चेतावनी के आधार पर सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
झारखंड के किसानों और नागरिकों के लिए यह मानसून राहत लेकर आ सकता है, खासकर तब जब शुरुआती बारिश औसत से काफी कम रही है। हालांकि मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और ज़रूरी एहतियात बरतने की अपील की है।