मानसून के आगमन से पहले झारखंड में फिर से भयंकर लू का असर देखा जा रहा है. मौसम के पूर्वानुमान में बताया गया है कि 13 जून से प्री-मानसून बारिश की शुरुआत हो सकती है. जबकि झारखंड में 15 जून के बाद मानसून के आगमन की संभावना जताई जा रही है. यह संताल परगना के रास्ते झारखंड में प्रवेश करेगा. मानसून की बारिश अरब और बंगाल की खाड़ी से आती है. झारखंड में समान्य तौर पर बंगाल की खाड़ी से ही मॉनसून के बारिश की शुरूआत होती है। अरब सागर में मॉनसून की गतिविधि तेज है जिस कारण कई राज्यों में मानसून का प्रभाव समय से पूर्व ही आ गया. जबकि बंगाल की खाड़ी से आने वाले मॉनसून का प्रभाव थोड़ा धीमा है. बताया जा रहा है कि अगर हवा अनुकूल रही तो 15-16 जून के आसपास झारखंड में मॉनसून की बारिश शुरू हो सकती है.
झारखंड से पूर्व बिहार में देखा जा सकता है मानसून का प्रभाव..
झारखंड से एक-दो दिन पहले बिहार में मानसून की बारिश शुरू होने की संभावना है. हालांकि अभी बिहार के भी कई हिस्सों में गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है. वहीं झारखंड के भी अधिकांश जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकॉर्ड किया गया. फिलहाल दो दिनों तक गर्मी की स्थिति में किसी भी प्रकार के बदलाव की उम्मीद नहीं की जा रही है. मौसम विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 12 जून तक झारखंड के अलग-अलग जिलों में हीट वेव चलने का अनुमान लगाया जा रहा है. अधिकतम तापमान में एक से चार डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार पलामू और गढ़वा में सीवियर हेट वेव की स्थिति रहेगी. जिसे लेकर मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. चतरा, हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा, देवघर, गोड्डा, दुमका, खूंटी, सिमडेगा और पश्चिम सिंहभूम जिले में भी हीट वेव को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.