झारखंड पहुंचा मानसून; कई जिलों में झमाझम, 5 दिन तक बारिश के आसार..

रांची : दक्षिण पश्चिम मानसून ने बिहार और झारखंड में दस्तक दे दी है। मंगलवार, 17 जून को बिहार के सीमांचल और झारखंड के संताल परगना क्षेत्र से मानसून का प्रवेश हुआ। समय से पहले मानसून के आगमन ने किसानों को बड़ी राहत दी है। राजधानी रांची, हजारीबाग, बोकारो, खूंटी और गुमला में लगातार हो रही बारिश ने गर्मी से राहत दी है, वहीं खेतों में बुआई के लिए अनुकूल हालात बन गए हैं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, मानसून पूर्णिया और किशनगंज के रास्ते बिहार में पहुंचा जबकि झारखंड में साहेबगंज और पाकुड़ के रास्ते मानसून ने प्रवेश किया है। मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में अगले 24 घंटे के दौरान झमाझम बारिश की संभावना जताई है। कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर येलो और ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। साथ ही कुछ इलाकों में वज्रपात और ओलावृष्टि की चेतावनी भी दी गई है।

रांची में बारिश ने ली रफ्तार
रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि मंगलवार से पूरे झारखंड में मानसून सक्रिय हो चुका है। रांची समेत कई जिलों में बादल छाए हुए हैं और रुक-रुक कर बारिश हो रही है। हजारीबाग में 29 मिमी, जबकि बोकारो, खूंटी और गुमला में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है। अगले दो-तीन दिनों तक पूरे राज्य में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।

मानसून की रफ्तार 2024 से तेज
पिछले साल की तुलना में इस बार मानसून ने चार दिन पहले दस्तक दी है। 2024 में बिहार में मानसून 20 जून को आया था जबकि झारखंड में 21 जून को। इस बार क्रमशः 17 जून को दोनों राज्यों में मानसून का आगमन हुआ है। समय से पहले बारिश से खेती-बारी की गतिविधियों को बल मिला है और किसान बुआई की तैयारियों में जुट गए हैं।

कृषि के लिए संजीवनी, प्रशासन सतर्क
मानसून के जल्दी पहुंचने से किसानों में खुशी का माहौल है। धान की बुआई का समय आ चुका है और मानसून की रफ्तार किसानों के लिए वरदान बन सकती है। वहीं प्रशासन ने भी मानसून से जुड़ी किसी भी आपदा से निपटने के लिए अलर्ट जारी किया है और NDRF/SDRF को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।

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