रांची: देश की आंतरिक सुरक्षा और नागरिकों की आपातकालीन स्थितियों से रक्षा को लेकर रांची में बुधवार को एक विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। यह मॉक ड्रिल राजधानी के डोरंडा क्षेत्र में दोपहर 4 बजे से शाम 7 बजे तक आयोजित की जाएगी। इसका उद्देश्य आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा तंत्र की तैयारियों का परीक्षण करना है।
Follow the Jharkhand Updates channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VafHItD1SWsuSX7xQA3P
प्रशासन की अपील: घबराएं नहीं, सहयोग करें
रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री और डीआईजी सह एसएसपी रांची ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में बताया कि यह मॉक ड्रिल पूर्व निर्धारित और पूरी तरह से नियंत्रित अभ्यास है। उन्होंने डोरंडा क्षेत्र के निवासियों से अपील की कि मॉक ड्रिल के दौरान घबराएं नहीं और लाइट, वाहन की हेडलाइट, जनरेटर आदि बंद रखें। साथ ही लोगों से अभ्यास में शामिल अधिकारियों को सहयोग देने की भी अपील की गई है वैकल्पिक ट्रैफिक रूट की व्यवस्था
मॉक ड्रिल के दौरान डोरंडा क्षेत्र में यातायात को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है। दोपहर 4 बजे से शाम 7 बजे तक इस क्षेत्र में ट्रैफिक के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए हैं। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि इस अवधि में वैकल्पिक मार्गों का ही उपयोग करें और ट्रैफिक निर्देशों का पालन करें।
सेना के इतिहास से जुड़ा है रांची
रांची भारतीय सेना के इतिहास में भी अहम भूमिका निभा चुका है। वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान 1100 पाकिस्तानी सैनिकों को रांची स्थित मिश्रित मिलिट्री कैंप में रखा गया था। वर्तमान में भी मोराबादी, दीपाटोली और नामकुम में सेना के बेस कैंप मौजूद हैं। ऐसे में रांची में मॉक ड्रिल का आयोजन विशेष महत्व रखता है।
मॉक ड्रिल के उद्देश्य
नागरिक रक्षा व्यवस्था की तैयारी की समीक्षा और सुधार।
आम नागरिकों को आपातकालीन स्थिति में सुरक्षा उपायों की जानकारी देना।
प्रशासन, सुरक्षाबलों और नागरिकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना।
जन-जागरूकता के लिए वीडियो संदेश
मॉक ड्रिल के दौरान नागरिकों को जागरूक करने के लिए वीडियो संदेश और अन्य माध्यमों से भी जानकारी दी जाएगी। जिला प्रशासन ने अपील की है कि लोग इस अभ्यास को गंभीरता से लें और पूरी भागीदारी निभाएं ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से बेहतर ढंग से निपटा जा सके।