मोबाइल हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली को बोकारो हवाई अड्डे पर किया गया स्थापित..

बोकारो : झारखंड के बोकारो में मोबाइल हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली को बोकारो हवाई अड्डे पर स्थापित कर दिया गया। इससे अब बोकारो पर क्षेत्र से गुजरने वाले विमानों को बोकारो के हवाई यातायात नियंत्रण का सिग्नल मिलेगा। बता दें कि बुधवार को इसकी आवृत्ति पूरे देश के सभी हवाई अड्डों के हवाई यातायात नियंत्रण से मिलाकर अंतिम रूप से चेक किया गया। ताकि क्षेत्र से गुजरने वाले हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर के पायलट हवाई यातायात नियंत्रण के माध्यम से किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त कर सकें।

साल 2018 में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा द्वारा बोकारो हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार कार्यक्रम का शिलान्यास किया गया था। सरकार ने क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत बोकारो को व्यावसायिक हवाई अड्डा के रूप में परिवर्तित करने की अनुमति दी थी। इसके बाद स्पाइसजेट ने बोकारो से पटना और बोकारो से कोलकाता के लिए हवाई सेवा प्रारंभ करने की निविदा प्राप्त की है। तब से हवाई अड्डे का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा है। अब तक 50 करोड़ से अधिक की राशि एअरपोर्ट प्राधिकारी ने खर्च कर दी है।

एटीसी की स्थापना के साथ ही बोकारो हवाई अड्डे के व्यावसायिक संचालन संबंधित तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके साथ ही अब उड्डयन मंत्रालय के अधीन सुरक्षा निदेशालय हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की जाएगी। यहां से हवाई जहाज के व्यवसायिक संचालन का लाइसेंस जारी करेगा।

वहीं एटीसी टावर के संचालन का प्रशिक्षण बोकारो इस्पात संयंत्र के तकनीशियन को दिया जाएगा। क्योंकि 5 साल के बाद बोकारो हवाई अड्डे के संचालन की पूरी जवाबदेही बोकारो स्टील के पास होगी। फिलहाल पांच सालों तक एयरपोर्ट प्राधिकारी बोकारो स्टील के अधिकारियों और कर्मचारियों को व्यवसायिक उड़ान और व्यावसायिक हवाई अड्डे के संचालन के लिए प्रशिक्षित करेगा, साथ ही हवाई अड्डे का संचालन करेगा। मालूम हो कि मोबाइल एटीसी टावर की स्थापना स्लोवाकिया रिपब्लिक की कंपनी ने आपूर्ति की है। आपूर्ति करने वाली कंपनी के अभियंताओं की टीम इसे स्थापित कर रही है।