झारखंड के खूंटी जिले के तोरपा में एक अनोखी कृषि पहल चल रही है – दुनिया के सबसे महंगे मियाजाकी आम की खेती. यह आम, जो जापान से प्रस्तुत है, विशेष रूप से अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रसिद्ध है.
खेती का प्रारंभ
2021 में, खूंटी के रंजीत तोपनो ने कोलकाता से दो मियाजाकी आम के पौधे लाकर अपने बगीचे में लगाए. उनके बड़े भाई अगस्तुस तोपनो, जो सीआरपीएफ में अधिकारी हैं, ने इस प्रकल्प को शुरू किया था. इस अनूठे प्रयास का परिणाम सामने आ गया है – इस वर्ष ये पौधे फल देने लगे हैं.
मियाजाकी आम की विशेषताएँ
मियाजाकी आम जापानी वेराइटी के होते हैं, जिनका रंग लाल और जामुनी होता है. इनमें अन्य आमों की तुलना में 15% अधिक शुगर कॉन्टेंट होता है, और इनमें एंटीऑक्सिडेंट्स, बीटा-कैरोटीन और फॉलिक एसिड भी पाए जाते हैं. इन गुणों के कारण, ये आम स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी आंखों की रोशनी कमजोर हो.
आर्थिक महत्व
इन आमों की बाजार में कीमत प्रति किलोग्राम दो से ढाई लाख रुपये तक होती है, जो कि इनके महंगे होने का कारण बनता है. यह खेती न केवल कृषि द्वारा नई आय स्रोत प्रदान करती है, बल्कि यहाँ की आम की अनोखी परंपरा भी बढ़ावा देती है.