झारखंड की एक नाबालिग बच्ची को दिल्ली से मुक्त कराया गया। झारखंड राज्य महिला विकास समिति और बाल कल्याण संघ की संयुक्त पहल पर रविवार को सुकुर विहार (दिल्ली) से बच्ची मुक्त करायी गयी।
रांची जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सेवक राम को रविवार की सुबह बच्ची से संबंधित सूचना मिली थी। इसके बाद एकीकृत पुनर्वास-सह-संसाधन केंद्र, नई दिल्ली और बाल कल्याण संघ के निदेशक के सहयोग से एक टीम का गठन किया गया। पुलिस के साथ मिलकर इस टीम ने ऑपरेशन खुशी के तहत नाबालिग बच्ची को मुक्त कराया।
तीन गिरफ्तार
इस ऑपरेशन खुशी के तहत तीन मानव तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। इसमें बच्ची को झारखंड से दिल्ली तक लाने वाले दो मानव तस्कर और दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाला एक मानव तस्कर भी शामिल है।
जानकारी के मुताबिक, ये बच्ची मुख्य रूप से गोड्डा जिले के रहने वाली है। मानव तस्करों उसे बहला फुसलाकर दिल्ली ले आए थे। वहां बच्ची को बेचे जाने की प्रक्रिया चल रही थी लेकिन समय रहते ही उसे मुक्त करा लिया गया।
एकीकृत पुनर्वास-सह- संसाधन केंद्र के परियोजना समन्वयक सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि मानव तस्कर को फिलहाल लॉकअप में रखा गया है। वहीं बच्ची की काउंसलिंग की जा रही है। मामले में कारवाई चल रही है जिसके बाद तस्करों को जेल भेजा जाएगा। फिलहाल बच्ची को बाल कल्याण समिति के सहयोग से बालिका गृह में भेजे जाने की तैयारी है।
ऑपरेशन खुशी के जरिए लगातार मानव तस्कर का शिकार हुई
बच्चियों को मुक्त कराने में एकीकृत पुनर्वास-सह-संसाधन केंद्र और बाल कल्याण समिति पहल कर रही है। रविवार को मुक्त करायी गयी बच्ची के मामले में केंद्र के नोडल पदाधिकारी शहंशाह अली खान, प्रिंस राजपूत और अन्य ने अहम योगदान दिया। बाल कल्याण संघ के सचिव संजय मिश्रा भी ऑपरेशन खुशी को सफल बनाने में लगे हैं।