जमशेदपुर: जमशेदपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल, महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल में शनिवार को एक गंभीर हादसा हो गया। अस्पताल के बी ब्लॉक स्थित मेडिसिन विभाग की तीसरी मंजिल के बरामदे की छत अचानक गिर गई, जिसमें मलबे के नीचे दबकर तीन लोगों की मौत हो गई। एक व्यक्ति का शव अभी भी मलबे के नीचे होने की आशंका है। हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं।
Follow the Jharkhand Updates channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VafHItD1SWsuSX7xQA3P
हादसे की खबर मिलते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी शनिवार देर रात घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। मंत्री ने घायलों और मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
मृतकों को 5 लाख, घायलों को 50 हजार की सहायता
मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायल व्यक्तियों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक कर हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं।
एक सप्ताह में होगी दोषियों पर कार्रवाई
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस गंभीर लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि एक सप्ताह के भीतर जांच पूरी कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
मंत्री ने जताया गहरा दुःख
डॉ. इरफान अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा,
“जमशेदपुर MGM अस्पताल हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं। भवन का हिस्सा गिरने से हुई त्रासदी बेहद दुखद है। तीन लोगों की मृत्यु हुई है, एक शव की तलाश जारी है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति दे और परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।”
प्रशासन सतर्क, अस्पताल परिसर में सुरक्षा जांच शुरू
घटना के बाद अस्पताल परिसर में सुरक्षा को लेकर सख्ती बरती जा रही है। अन्य भवनों की स्थिति की भी जांच की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
यह हादसा अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और जर्जर होती सरकारी संरचनाओं की पोल खोलता है। फिलहाल पीड़ितों के परिजनों को राहत पहुंचाने का कार्य जारी है और जांच रिपोर्ट का इंतजार है।