धनबाद में रविवार को सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इसमें पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए दूल्हे ई-रिक्शा पर सवार होकर पहुंचे। बिना किसी दहेज के दुल्हन के गले में माला डाली और एक-दूसरे का जीवन भर साथ निभाने का वादा किया। एक ही मंडप में 27 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया। कार्यक्रम का आयोजन शहीद रणधीर वर्मा स्टेडियम गोल्फ मैदान में हुआ। एक ही तरह की साज-सज्जा और पोशाक में तैयार दूल्हे अपनी बारात लेकर गोल्फ मैदान से निकले। हटिया मोड़, रणधीर वर्मा चौक, लुबी सर्कुलर रोड होते हुए वापस स्टेडियम में बने विवाह स्थल पर पहुंचे।बारात के आगे बैंड, डीजे, भांगड़ा,नृत्य और संगीत का कार्यक्रम चलता रहा। इसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। बारात को देखने के लिए सड़कों पर भारी भीड़ लगी रही।
शहर में सर्वधर्म सामूहिक विवाह का आयोजन पिछले 8 वर्षों से हो रहा है। इसमें अलग-अलग धर्म व जाति के लोग बिना दहेज के एक सामान्य रीति-रिवाज से विवाह करते हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि धनबाद की धरती से समाज को एकता, भाईचारे का संदेश देने की कोशिश हो रही है। इसमें एक तरफ जहां गरीब लोग शादी-विवाह के नाम पर होने वाले भारी भरकम खर्च से बच जाते हैं। वहीं दहेज प्रथा व जाति प्रथा को खत्म करने का संदेश दिया जाता है। इस बार बारात ई रिक्शा पर निकाली गई। इसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना था। वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने में जन-जन की भागीदारी सुनिश्चित की जा सकती है। वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण पर्यावरण में जहर फैल रहा है। अगर हम इसे कुछ हद तक कम कर सकते हैं तो जरूर इस दिशा में सबको मिलकर पहल करनी चाहिए।
सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन पूरे धूम-धाम से हुआ। पूरे विधि-विधान के साथ कार्यक्रम संपन्न कराया गया। इसमें महिलाओं के द्वारा विवाह में निभाई जाने वाली विभिन्न रस्में पूरी की गईं। इसके अलावा नए जोड़ों को विवाह के बाद उपहार दिए गए।