भाजपा के पूर्व विधायक जेपी वर्मा समेत कई ने थामा झामुमो का दामन..

Ranchi : गिरिडीह जिला अंतर्गत गांडेय विधानसभा से BJP के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा आज झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गये। 2005 में गांडेय विधानसभा से बीजेपी के विधायक बने श्री वर्मा अपने कई समर्थकों के साथ JMM में शामिल हुए। JMM में शामिल होने पर सीएम हेमंत सोरेन ने स्वागत किया। इससे पहले मुख्यमंत्री आवास में काफी संख्या में अपने समर्थकों के बीच पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा पहुंचे और झामुमो में शामिल होने की घोषणा की। उन्होंने झामुमो की सदस्यता ग्रहण कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मजबूत बनाने का संकल्प लिया। मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झामुमो कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि षड्यंत्रकारियों को बेनकाब करना है, समय आ गया है कि आदिवासी और मूलवासी को एक छत के नीचे आना होगा। षड्यंत्रकारियों का पनडुब्बी पानी से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है, इसका जवाब देना है। यह तय करना होगा कि झारखंड में आदिवासियों और मूलवासियों का राज चलेगा या षड्यंत्रकारियों का। इन्हें पता है कि मैंने अगर पांच साल काम किया तो आदिवासी मूलवासी को इतना मजबूत कर दूंगा कि षड्यंत्र करने वालों को बाहर जाना होगा। राज्य के विकास के लिए सभी मिलकर साथ आएं।

सीएम सोरेन ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्य का नतीजा है कि विपक्ष से लोगों का मोहभंग हो रहा है। यही कारण है कि काफी संख्या में कार्यकर्ता दूसरी पार्टी को छोड़ JMM में शामिल हो रहे हैं। कहा कि JMM कार्यकर्ताओं की पार्टी है। कार्यकर्ता के बिना कोई आगे नहीं बढ़ सकता है।

खुद को बीजेपी में उपेक्षित महसूस कर रहे थे पूर्व विधायक..
बता दें कि गांडेय विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा के JMM में शामिल होने की चर्चा काफी दिनों से चल रही थी। पूर्व विधायक पिछले कई दिनों से बीजेपी में खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे। यही कारण है कि पूर्व विधायक का इस पार्टी से मोहभंग होने लगा था और किसी अन्य राजनीतिक दल में जाना चाह रहे थे।

कौन हैं जयप्रकाश वर्मा..
जयप्रकाश वर्मा कोडरमा लोकसभा सीट से छह बार सांसद रहे स्वर्गीय रीतलाल प्रसाद वर्मा के भतीजे हैं। राजनीतिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले श्री वर्मा 2005 के विधानसभा चुनाव में गांडेय सीट से विधायक बने थे। वहीं, 2009 के विधानसभा चुनाव में काफी जद्दोजहद के बाद बीजेपी का टिकट मिला, लेकिन इस चुनाव में वो हार गये।