आगामी 23 जून 2022 को मांडर विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित उपचुनाव के लिए दिग्गजों ने ताल ठोकना शुरू कर दिया है। इसबार भी चुनावी जंग दिलचस्प दिखेगी। चुनावी जंग-ए-मैदान में भाजपा और कांग्रेस के बीच आर-पार का मुकाबला संभावित प्रतीत हो रहा है। लेकिन इस लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने के लिए कई अन्य प्रत्याशी भी मजबूती के साथ ताल ठोक रहे हैं। आज अंतिम दिन भाजपा की उम्मीदवार गंगोत्री कुजूर समेत 13 लोगों ने नामांकन किया। इसमें पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री देवकुमार धान भी शामिल हैं। अब सात जून को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। नौ को नाम वापसी की आखिरी तारीख है।
इससे पहले गंगोत्री के नामांकन के लिए विधायक सीपी सिंह के आवास से ढोल नगाड़े के साथ जुलूस निकला जो समाहरणालय तक गया। इसमें भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, विधायक सीपी सिंह, समरी लाल, नवीन जायसवाल, महानगर अध्यक्ष केके गुप्ता समेत सैकड़ों की संख्या में पार्टी नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। नामांकन में आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो भी शामिल हुए।
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है सीट..
राजधानी में स्थित मांडर विधानसभा इलाका अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैl एक तरफ जहां यह क्षेत्र रांची जिले में पड़ता है, वहीं इसका संसदीय क्षेत्र लोहरदगा हैl इस इलाके की 100% आबादी ग्रामीण इलाके में वास करती हैl करीब 4.62 लाख की आबादी वाले इस इलाके में लगभग 60% अनुसूचित जनजाति के लोग रहते हैंl इस विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख से अधिक में वोटर हैंl