नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम,चाईबासा और गढ़वा में सुरक्षाबलों ने डिफ्यूज किया बम..

झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस और CRPF फुल एक्शन में नज़र आ रही है| लगभग हर दिन नक्सिलयों के खिलाफ कोई ना कोई कार्रवाई की जा रही है| इसी कड़ी में गुरूवार को पुलिस और CRPF ने दो अलग-अलग जगहों पर नक्सलियों के खूनी साजिश को नाकाम कर दिया|

पहली घटना चाईबासा की है, यहां नक्सलियों ने गोईलकेरा-चाईबासा मार्ग पर दो पुलिया के बीच पक्की सड़क के नीचे 40 किलो के दो आईईडी (IED) बम लगा कर रखे थे| सुरक्षाबलों इसकी जानकारी मिल गई जिसके बाद मौके पर पहुंचकर घातक बम को बरामद किया गया|

नक्सलियों ने इस आईईडी को सड़क में इतनी गहराई में दबाकर लगाया था कि उसे बाहर निकालना संभव नहीं था| जिसके बाद बम निरोधक दस्ते ने उसे विस्फोट करा कर नष्ट किया|

40 किलो का ये आईईडी बम इतना शक्तिशाली था कि इसके विस्फोट की आवाज दूर-दूर तक सुनी गई| इसके अलावा सड़क का मलबा करीब 30-40 फीट ऊपर तक उड़ा|

दरअसल इन दिनों सुरक्षाबल जिले में एक करोड़ के ईनामी नक्सली अतिराम मांझी उर्फ अनद दा व महाराज प्रमाणिक दस्ता के विरूद्ध लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं| सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को सड़क के नीचे आईईडी बम छिपा रखने की जानकारी मिली थी|

उधर गढ़वा में भी नक्सलिों द्वारा सुरक्षाबलों के खिलाफ साजिश रची गई थी| लेकिन समय रहते इस वारदात को अंजाम तक पहुंचने से रोक दिया गया| यहां नक्सलियों ने कुल्हि के जंगल में सीरीज रूप में 46 बम लगाए थे|

ये बम उस रास्ते में लगाए गये थे जहां से सुरक्षाबलों की टीम गुज़रने वाली थी| गनीमत ये रही की अधिकारी सहित जवान उस बम के जद्द में आते उससे पहले ही रास्ते में बम होने का पता चल गया|

इसके बाद सभी सतर्क हो गए और बम को रास्ते से निकालने में जुट गए| जब बम को रास्ते से निकालने की शुरूआत हुई तो सभी सकते में आ गये| एक-एक कर सीरीज में लगाये गए कुल 46 बम को बाहर निकाला गया|

जिला के पुलिस कप्तान श्रीकांत सुरेश राव का कहना है कि साफतौर पर नक्सलियों की योजना जवानों को नुकसान पहुंचाने की थी| लेकिन वक्त रहते हमने उनकी योजना को नाकाम कर दिया|

दोनों ही घटना को देखकर ये अनुमान लगाया जा सकता है नक्सलियों का इरादा इन इलाकों में भयंकर खूनी वारदात को अंजाम देना था| अगर इन घातक बमों की जानकारी नहीं मिलती तो शायद प्रदेश में सुरक्षाबलों के खिलाफ एक बड़ा हादसा सामने आ सकता था|

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