झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” को लेकर महिलाओं की परेशानियां लगातार बनी हुई थीं, लेकिन अब जिला प्रशासन ने एक बड़ा ऐलान किया है. जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने स्पष्ट किया है कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी होते ही महिलाओं के खाते में योजना की राशि भेजी जाएगी. उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देश दिया कि वे लाभुकों के सत्यापन कार्य को प्राथमिकता दें और सत्यापन फार्म का सुचारू रूप से वितरण सुनिश्चित करें.
सत्यापन के बाद ही मिलेगी योजना की राशि
डीसी मंजूनाथ भजन्त्री ने बताया कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत केवल उन महिलाओं को लाभ मिलेगा जिनका सत्यापन सही तरीके से हुआ है. जिन महिलाओं की जानकारी गलत होगी, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा. उन्होंने जिला प्रशासन की टीम को निर्देशित किया कि वे सुनिश्चित करें कि लाभुकों के बीच योजना को लेकर सकारात्मक फीडबैक जाए और हर योग्य महिला को योजना का लाभ मिले. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन लाभुकों के खाते में अभी तक सम्मान राशि नहीं आई है, वे सत्यापन प्रक्रिया पूरी होते ही योजना की राशि प्राप्त कर सकेंगी.
औचक निरीक्षण में मिले निर्देश
डीसी मंजूनाथ भजन्त्री ने शुक्रवार को वार्ड-02 स्थित हातमा भट्ठा उप टोला में चल रहे सत्यापन कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में लाभुकों के सत्यापन कार्य को तेजी से पूरा करें. इसके अलावा, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सत्यापन फार्म का सुचारू वितरण भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.
बगोदर प्रखंड की हजारों महिलाओं को नहीं मिली राशि
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत बगोदर प्रखंड में करीब 36,000 महिलाएं लाभुक हैं, लेकिन इस बार प्रखंड के विभिन्न गांवों की 8,305 महिलाओं को 7,500 रुपये की सम्मान राशि नहीं मिली है. साथ ही, 186 लाभुकों का नाम योजना से हटा दिया गया, जिससे महिलाओं में नाराजगी देखी जा रही है. कई महिलाएं प्रखंड कार्यालय और बैंकों के चक्कर लगा रही हैं, लेकिन उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पा रहा है. कुछ लाभुकों ने बताया कि इस बार की राशि नहीं आने से वे आर्थिक संकट का सामना कर रही हैं. पंचायत कार्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक वे लगातार जानकारी लेने के लिए दौड़ लगा रही हैं.
डीबीटी से जुड़े खातों में पहुंचा पैसा
बताया जा रहा है कि जिन महिलाओं का बैंक खाता डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) से जुड़ा हुआ था, उनके खाते में योजना की राशि आ गई है, जिससे वे बेहद खुश हैं. लेकिन जिन महिलाओं का बैंक खाता DBT से जुड़ा नहीं है या जिनके दस्तावेजों में त्रुटि है, उन्हें अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. वे अपने प्रपत्रों को सुधारने के लिए प्रखंड कार्यालय, बैंक और प्रज्ञा केंद्रों के चक्कर लगा रही हैं.
महिलाओं की परेशानियां बरकरार
योजना का लाभ न मिलने के कारण महिलाओं में असंतोष देखा जा रहा है. कुछ महिलाओं ने बताया कि उन्हें अब तक केवल जनवरी माह में 1,000 रुपये की राशि मिली थी, जबकि इस बार उन्हें कोई भुगतान नहीं हुआ. लाभुकों ने अधिकारियों से मांग की है कि जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए और योजना की राशि उनके खातों में भेजी जाए.
जिला प्रशासन की अपील
डीसी मंजूनाथ भजन्त्री ने लाभुक महिलाओं से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और अपने दस्तावेजों को सही कराने की प्रक्रिया पूरी करें. उन्होंने जिला प्रशासन को भी निर्देश दिया है कि हर लाभुक तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए तेजी से कार्य किया जाए. साथ ही, सत्यापन प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और सुचारू बनाने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है. मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत जल्द ही सभी योग्य महिलाओं को उनकी राशि मिल जाएगी. प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन लाभुकों को इस बार राशि नहीं मिली, वे जल्द ही अपने सत्यापन को पूरा कराकर अगली किस्त का लाभ प्राप्त कर सकेंगे.