झारखंड सरकार ने मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं के खाते में 2500-2500 रुपये ट्रांसफर करने का फैसला किया है. इस योजना का मंईयां सम्मान समारोह 6 जनवरी को नामकुम के खोजा टोली में आयोजित किया जा सकता है. सरकार के शीर्ष स्तर पर इस पर लगभग सहमति बन चुकी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के खाते में योजना की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर करेंगे. महिला बाल विकास एवं सुरक्षा विभाग ने 57 लाख महिलाओं के खातों में यह राशि भेजने की तैयारी पूरी कर ली है. जिलों को फंड आवंटित कर दिया गया है और बैंकों के साथ समन्वय बनाकर तकनीकी पहलुओं का ट्रायल भी कर लिया गया है.
ट्रायल प्रक्रिया पूरी
26-27 दिसंबर को ट्रायल के दौरान हर जिले में 100-200 महिलाओं के खाते में 2500-2500 रुपये ट्रांसफर किए गए. इससे यह सुनिश्चित हो गया कि राशि ट्रांसफर में कोई तकनीकी बाधा न आए. इस समारोह के लिए पहले 28 दिसंबर की तारीख तय की गई थी. रांची जिला प्रशासन ने उस दिन तीन लाख से अधिक महिलाओं की उपस्थिति की संभावना के साथ तैयारी कर ली थी.
राजकीय शोक के कारण समारोह स्थगित
हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद राज्य में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया, जिससे यह कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा. अब सरकार ने 6 जनवरी को इसे आयोजित करने की योजना बनाई है.
स्थानीय रोजगार के साथ प्रकृति का संरक्षण मुख्यमंत्री का उद्देश्य
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. उन्होंने कहा कि ईको टूरिज्म के विकास से न केवल झारखंड की प्राकृतिक धरोहरें संरक्षित रहेंगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.
मुख्यमंत्री की बैठक
प्रोजेक्ट भवन में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने वन पर्यावरण विभाग और पर्यटन विभाग को ईको टूरिज्म के लिए संभावनाओं वाले स्थानों की पहचान करने को कहा. बैठक में मुख्य सचिव अलका तिवारी, वन पर्यावरण सचिव अबू बकर सिद्दीकी और पर्यटन सचिव मनोज कुमार ने भाग लिया. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने वाली योजनाओं पर विशेष फोकस करें. उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के अन्य राज्यों में ईको टूरिज्म के क्षेत्र में हुए सफल कार्यों का अध्ययन करें और उन्हें झारखंड में लागू करें. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर का ईको टूरिज्म विकसित करने की प्रतिबद्धता जताई.
स्थानीय रोजगार को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईको टूरिज्म को इस तरह से विकसित करें कि स्थानीय लोग इससे सीधे जुड़ें और उन्हें रोजगार मिले. साथ ही, पर्यावरण का संरक्षण भी सुनिश्चित हो. यह योजना झारखंड की प्राकृतिक धरोहरों को संरक्षित करने और पर्यटन को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है.
ईको टूरिज्म का भविष्य
ईको टूरिज्म के विकास से झारखंड में न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास में भी योगदान होगा. झारखंड सरकार इस क्षेत्र में व्यापक कार्य योजना बनाकर इसे सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.