क्रिकेट के मैदान पर तो आप सबने महेंद्र सिंह धोनी को अपने खेल से कई रिकॉर्ड बनाते देखा ही है ,लेकिन अब धोनी गो-पालन में भी अपना परचम लहरा रहे हैं। आपको बता दें कि क्रिकेट से संन्यास ले चुके माही अब ऑर्गनिक खेती व पशुपालन पर ध्यान दे रहे हैं। इसी का फल है कि रांची में चल रहे किसान मेले में उन्हें पूर्वी भारत के सर्वश्रेष्ठ गो-पालक का सम्मान मिला है। मालूम हो कि , किसान मेला रांची के बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है।
किसान मेले में धौनी की ओर से उनके गोपालक कुणाल गौरव रविंद्रनाथ महतो ने यह सम्मान ग्रहण किया है।वहीं , झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने यह अवार्ड दिया है। महेंद्र सिंह धोनी के गोपालक कुणाल गौरव ने बताया कि धौनी अभी 73 गायों का पालन कर रहे हैं। इनमें फ्रेजियन और साहिवाल नस्ल की गाय है। इन गायों का सारा दूध काउंटर से ही बेचा जाता है।साथ ही , रांची के लालपुर में ईजा फार्म से भी दूध बेचा जाता है। धोनी के गोपालक ने बताया कि फ्रेजियन नस्ल की गाय का दूध 55 रुपये लीटर और साहिवाल नस्ल की गाय का दूध 85 रुपये लीटर होम डिलीवरी किया जा रहा है। आगे उन्होंने गायों की जानकारी देते हुए बताया कि साहिवाल नस्ल की देशी गाय लगभग 12 लीटर दूध देती है जबकि फ्रेजियन नस्ल की गाय 32-34 लीटर दूध देती है।
इस मौके पर झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने कहा कि आज जो किसानी कर रहे हैं, उनका सम्मान किया जाना चाहिए। खेती को छोड़िए नहीं, खेती से जुड़िए। आपको बता दें कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद एमएस धौनी खेती-बड़ी में व्यस्त हैं। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच 2019 में हुए वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में खेला था। जिसके बाद वे अपने खेत में सब्जियां उगाने में व्यस्त हैं। वे अपने खेत में स्ट्रॉबेरी भी उपजा रहे हैं।