झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, और इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोजपा (रामविलास) झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ेगी. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी या अकेले मैदान में उतरेगी. उन्होंने कहा कि इस पर अभी विचार-विमर्श जारी है और सभी विकल्पों पर ध्यान दिया जा रहा है.
झारखंड चुनाव को लेकर चिराग पासवान का बड़ा बयान
रविवार को रांची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चिराग पासवान ने कहा कि लोजपा (रामविलास) की झारखंड प्रदेश इकाई इस पर गहराई से विचार कर रही है कि पार्टी गठबंधन के तहत चुनाव लड़े या स्वतंत्र रूप से. उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी के पास राज्य में एक मजबूत जनाधार है और इसी के मद्देनज़र चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है. पासवान ने कहा, “जब मेरा जन्म हुआ, उस समय झारखंड एकीकृत बिहार का हिस्सा था. यह इलाका मेरे पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान की कर्मभूमि रहा है”. उनके इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि लोजपा (रामविलास) झारखंड में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है.
गठबंधन पर विचार-विमर्श जारी
हालांकि, चिराग पासवान ने यह नहीं कहा कि उनकी पार्टी किसके साथ गठबंधन करेगी. उन्होंने कहा कि लोजपा-आर गठबंधन के सभी विकल्पों पर चर्चा कर रही है. चाहे वह भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ना हो या फिर अकेले मैदान में उतरना हो. अभी तक किसी भी निर्णय को अंतिम रूप नहीं दिया गया है. उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक दिन पहले घोषणा की थी कि भाजपा आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव अपने गठबंधन सहयोगियों – ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ मिलकर लड़ेगी.
एनडीए में तालमेल और चुनावी रणनीति
हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा था कि भाजपा और उसके सहयोगियों के बीच 99 प्रतिशत सीटों पर सहमति बन चुकी है, और बाकी एक-दो सीटों को लेकर बातचीत चल रही है. यह बातचीत जल्द ही पूरी हो जाएगी, और पितृपक्ष समाप्त होने के बाद इस पर औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी. पितृपक्ष 2 अक्टूबर को समाप्त हो रहा है. इसका मतलब यह है कि झारखंड में एनडीए के चुनावी तालमेल की औपचारिक घोषणा जल्द ही देखने को मिलेगी.
लोजपा का झारखंड में मजबूत आधार
चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के झारखंड में मजबूत जनाधार का दावा किया. उन्होंने कहा कि राज्य में लोजपा (रामविलास) का एक ठोस राजनीतिक आधार है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि लोजपा ने राज्य में कई वर्षों से काम किया है और पार्टी को जनता का समर्थन मिलता रहा है. पासवान का यह बयान उस राजनीतिक गणित को भी स्पष्ट करता है कि लोजपा-आर झारखंड में अकेले चुनाव लड़ने की स्थिति में भी है.
लोजपा-आर और एनडीए के बीच गठबंधन की संभावनाएं
भले ही लोजपा-आर केंद्र में भाजपा नीत राजग (एनडीए) सरकार का हिस्सा है, लेकिन चिराग पासवान ने झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. इससे यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या लोजपा-आर और भाजपा के बीच झारखंड में भी वैसा ही गठबंधन होगा जैसा केंद्र में है, या फिर दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी. हालांकि, पासवान ने यह स्पष्ट किया कि सभी विकल्पों पर चर्चा हो रही है और पार्टी के हित में जो सबसे सही होगा, वही फैसला लिया जाएगा.
धनबाद में चिराग पासवान की जनसभा
रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद चिराग पासवान ने घोषणा की कि वह रविवार को धनबाद में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इस जनसभा के माध्यम से वह राज्य के लोगों से सीधे संवाद स्थापित करेंगे और पार्टी की चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड उनके पिता रामविलास पासवान की कर्मभूमि रही है और इसलिए राज्य की राजनीति में लोजपा (रामविलास) का योगदान हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है.