रांची, 20 जून 2025 : झारखंड में उजागर हुए 38 करोड़ रुपये से अधिक के बहुचर्चित शराब घोटाले में अब कार्रवाई का दायरा राज्य से बाहर भी फैल गया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की विशेष अदालत ने गुजरात और महाराष्ट्र के सात आरोपितों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। ACB ने मंगलवार को कोर्ट में गिरफ्तारी वारंट के लिए आवेदन दाखिल किया था, जिसे न्यायालय ने मंजूरी दे दी। यह पहली बार है जब इस मामले में झारखंड से बाहर के कारोबारी और एजेंसी से जुड़े नाम भी जांच के दायरे में आए हैं।
📜 वारंट जिनके खिलाफ जारी हुआ है:
🔸 गुजरात की ‘विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विस एंड कंसल्टेंट’ से जुड़े आरोपी:
- विपिन जादवभाई परमार
- महेश शेडगे
- परेश अभेसिंह ठाकोर
- विक्रम सिंह ठाकोर
🔸 महाराष्ट्र की ‘मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड’ से जुड़े आरोपी:
- जगन तुकाराम देसाई
- कमल जगन देसाई
- शीतल जगन देसाई
🕵🏻♀️ अब तक क्या हुई कार्रवाई?
अब तक ACB इस घोटाले में 16 से अधिक व्यक्तियों को आरोपी बना चुकी है, जिसमें से तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
- विनय कुमार सिंह (विनय चौबे के करीबी) और
- सिद्धार्थ सिंघानिया (छत्तीसगढ़ के कारोबारी)
के खिलाफ भी पूर्व में गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है।
🚨 समन भेजने के बाद भी नहीं पहुंचे आरोपी
ACB ने अन्य आरोपितों को पूछताछ के लिए समन जारी किए, लेकिन आरोपित अब तक पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए हैं। ऐसे में अब कोर्ट के आदेश के बाद उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
इस हाई-प्रोफाइल शराब घोटाले की परतें एक-एक कर खुलती जा रही हैं। अब जब जांच राज्य की सीमाओं से निकल कर अन्य राज्यों के कंपनियों और व्यापारियों तक पहुंच चुकी है, तो यह स्पष्ट है कि यह घोटाला संगठित और बहुस्तरीय भ्रष्टाचार का हिस्सा है। आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारी और बड़े खुलासे संभव हैं।