रांची: झारखंड के लातेहार जिले के सलैया जंगल में शुक्रवार देर रात पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के कुख्यात शीर्ष नक्सली कमांडर पप्पू लोहरा समेत दो नक्सली ढेर हो गए। वहीं, जवाबी कार्रवाई के दौरान पुलिस का एक जवान अवध सिंह घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रांची के राज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और रांची सांसद संजय सेठ घायल जवान से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने जवान के स्वास्थ्य की जानकारी ली और उसके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
गुप्त सूचना पर चली थी कार्रवाई
लातेहार एसपी कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि सलैया जंगल में जेजेएमपी संगठन के कुछ नक्सली छिपे हुए हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। तभी नक्सलियों ने पुलिस दल पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला और करीब आधे घंटे तक चली मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए।
डीआईजी पलामू रेंज वाई एस रमेश ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि मारे गए नक्सलियों में जेजेएमपी का कुख्यात नेता पप्पू लोहरा भी शामिल है, जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह लंबे समय से लातेहार और आसपास के क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने इलाके से दोनों नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं और पूरे जंगल क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है। डीआईजी रमेश के अनुसार, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि मारे गए नक्सलियों के पास से कौन-कौन से हथियार, गोला-बारूद या दस्तावेज बरामद हुए हैं।
#NaxalFreeBharat अभियान को मिली बड़ी सफलता
यह कार्रवाई केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे #NaxalFreeBharat अभियान के तहत हुई है। झारखंड पुलिस ने हाल के महीनों में जेजेएमपी जैसे संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है, जिसका असर अब दिखने लगा है। मुठभेड़ के बाद सलैया जंगल और उसके आसपास के क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है, ताकि कोई भी नक्सली बचकर भाग न सके।
इस मुठभेड़ को झारखंड पुलिस की एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है और इससे क्षेत्र में नक्सलियों के मनोबल को गहरी चोट पहुंची है।