झारखंड सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ा कदम उठाया है। सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए प्रवासी नियंत्रण कक्ष तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से राज्य के प्रवासी मजदूरों जो देश के विभिन्न राज्यों एवं विदेशों में रह रहे हैं उन श्रमिकों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। बुधवार को श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने इसकी शुरुआत की, उन्होंने कहा कि इस महामारी में बाहर फंसे श्रमिकों की हर समस्या के समाधान के लिए झारखंड सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे बताया कि सरकार ने पिछली बार भी लाखों श्रमिकों की समस्याओं को सुनकर उनका निस्तारण किया था और सरकार इस बार भी श्रमिकों के लिए लगातार कदम उठा रही है। उन्हें स्पेशल ट्रेन के माध्यम से राज्य में वापस लाने की उचित व्यवस्था की जा रही है। श्रमिकों को किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए इस कंट्रोल रूम की शुरुआत की गई है, जिसमें फिया फाउंडेशन भी सरकार की मदद कर रही है।
इन नंबरों पर श्रमिक सरकार को बता सकते हैं अपनी परेशानियां..
0651-2481055, 0651-2480058, 0651- 2480083, 0651-2482052, 0651-2481037, 0651-2481188
इन नंबरों पर व्हाट्सएप करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं श्रमिक..
9470132591, 9431336427, 9431336398, 9431336472, 9431336432
राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी इसको लेकर एक ट्वीट करते हुए कहा है की प्रवासी मजदूरों की हर समस्या के निदान के लिए झारखण्ड सरकार तत्पर है। इसके लिए सरकार ने नेपाल हाउस और झारखंड मंत्रालय का संयुक्त रूप से राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष बनाया है। जहां किसी भी प्रकार की समस्या होने पर प्रवासी मजदूर दिए गए नंबरों पर संपर्क कर सकते है।
चिकित्सकीय परामर्श के लिए बिरसा जीवन आयुष कार्यक्रम की शुरुआत..
बुधवार को ही सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बिरसा जीवन आयुष कार्यक्रम की शुरुआत की जिसमें आयुष डॉक्टर लोगों को फोन और वीडियो कॉल के माध्यम से कोविड और नन कोविड संबंधी परेशानियों का उपचार करेंगे। इसके लिए आप आपको टोल फ्री 104 पर कॉल करके परामर्श ले सकते हैं।