सोमवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय को 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खोला दिया गया। लेकिन पहले दिन ही कक्षाओं का संचालन नहीं हुआ| पहले दिन कोई भी छात्रा स्कूल नहीं पहुंची। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कांके में सिर्फ दो छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ पहुंचीं और अपना सहमति पत्र विद्यालय की वार्डन को उपलब्ध कराया। जबकि स्कूल में छात्राओं की संख्या 92 है।
कुछ ऐसा ही हाल बुढ़मू के कस्तूरबा विद्यालय का भी रही और यहां भी सिर्फ एक ही छात्रा पहुंची, जो 10वीं की विद्यार्थी है। वैसे से यह हाल सिर्फ बुढ़मू और कांके क्षेत्र का नहीं, बल्कि रांची जिला के अधिकतर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का रहा। छात्राओं के नहीं पहुंचते देख कई विद्यालयों ने परीक्षा में साफ सफाई अभियान को जारी रखा।
शिक्षा विभाग ने विद्यालयों साफ-सफाई का निर्देश दिया है| इस की तहत कक्षाओं को शुरू करने से पहले विद्यालयों में साफ सफाई और सैनिटाइजेशन का काम किया गया। चूंकि लंबे समय से स्कूल बंद पड़े थे तो ऐसे में वहां गंदगी और झाड़ियां उग आई थी। उसे साफ कराया गया। कांके स्थित विद्यालय में जेसीबी चलाकर झाड़ियों को हटाया गया और जमीन को समतल कराया गया। वहीं दूसरी तरफ शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए क्लास में 2 छात्रों के बीच छह फीट की दूरी के हिसाब से सीटिंग अरेंजमेंट किया गया है। कक्षा में भी सैनिटाइजेशन का काम किया गया। वहीं स्कूल पहुंचे शिक्षकों को भी कोविड-19 के गाइडलाइन का ख्याल रखते हुए कक्षा लेने की सलाह दी गई|
बता दें कि रांची जिला में कुल 13 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय है। स्कूल खुलने के पहले रविवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा गठित टीम परियोजना पदाधिकारी निशी प्रभा एवं प्रताप कुमार ने कस्तूरबा गांधी विद्यालय कांके, बुढ़मू, मांडर, एवं चान्हो का स्थलीय निरीक्षण किया था। जांच के दौरान सभी विद्यालयों में साफ-सफाई और सीटिंग अरेंजमेंट की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। विद्यालय की वार्डन के द्वारा बताया गया कि सरकार के निर्देश के आलोक में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कक्षा संचालित करने को लेकर पूरी तरह तैयार है।