झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी (जेयूटी) के पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन शनिवार को रांची में किया गया. इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शैक्षणिक सत्र 2018, 2019 और 2020 के कुल 550 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने शिरकत की और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 52 टॉपर्स में से 11 छात्रों को गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया. बाकी टॉपर्स को अन्य अतिथियों ने सम्मानित किया.
समारोह की शुरुआत
दीक्षांत समारोह सुबह 11 बजे शुरू हुआ. रजिस्ट्रार डॉ. निशांत कुमार के नेतृत्व में दीक्षांत परेड ऑडिटोरियम में पहुंची. राष्ट्रगान के साथ मुख्य समारोह का शुभारंभ हुआ. पारंपरिक परिधानों में सजे छात्र-छात्राएं अपने निर्धारित स्थान पर बैठे थे.
राज्यपाल का संदेश: डिग्री का उपयोग समाज की बेहतरी के लिए करें
मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि डिग्री का उद्देश्य केवल नौकरी प्राप्त करना नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि छात्रों को राष्ट्र निर्माण और समाज की बेहतरी के लिए आगे आना चाहिए. अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत प्रयास करना और अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाना आवश्यक है.
आईआईएम बोध गया की निदेशक ने दिए सफलता के मंत्र
आईआईएम बोध गया की निदेशक डॉ. विनिता सहाय ने छात्रों को सफलता के टिप्स दिए. उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी इच्छाओं के अनुसार लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और उसे पाने के लिए फोकस और ईमानदारी से मेहनत करनी चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को अपनी ऊर्जा को हमेशा सकारात्मक दिशा में उपयोग करना चाहिए.
अतिथियों की उपस्थिति
समारोह में कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व उपस्थित थे. इनमें डीएसपीएमयू के कुलपति प्रो. तपन कुमार शांडिल्य, जैक के पूर्व चेयरमैन डॉ. अनिल महतो, जेयूटी के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. अमर चौधरी, पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. स्नेह कुमार, प्रो. पंकज राय, परीक्षा नियंत्रक डॉ. विप्लव किशोर पांडेय, वित्त पदाधिकारी बीएस शर्मा, और एजीपी कुजूर सहित अन्य अतिथियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई.
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिए गए विशेष सम्मान
दीक्षांत समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए कुछ व्यक्तियों को विशेष सम्मान प्रदान किया गया.
• रमेश यादव को सिलिकॉन वैली में सीनियर एंटरप्रेन्योर के रूप में उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया.
• डॉ. ताप्ती चक्रवर्ती को विश्वविद्यालय का कुलगीत तैयार करने के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किया गया.
• डॉ. प्रकाश कुमार को एंटरप्रेन्योर सेल के तहत उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया.
• बीआईटी सिंदरी के प्रोफेसर घनश्याम को भी उनके योगदान के लिए प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया.
गोल्ड मेडल पाने वाले छात्रों की उपलब्धि
राज्यपाल द्वारा गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र से सम्मानित किए गए छात्रों में से 11 को विशेष रूप से मंच पर बुलाया गया. यह मेडल उनके कठिन परिश्रम और उत्कृष्ट प्रदर्शन का प्रमाण है. अन्य टॉपर्स को समारोह के दौरान अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया.
समारोह का महत्व और प्रेरणा
यह दीक्षांत समारोह छात्रों के लिए न केवल उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों का सम्मान था, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए प्रेरित करने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ. राज्यपाल और अन्य अतिथियों के संबोधन ने छात्रों को जीवन में ऊंचे लक्ष्य निर्धारित करने और समाज की भलाई के लिए काम करने की प्रेरणा दी.