झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की 7वीं से 10वीं की PT परीक्षा पर चल रहे विवाद के बीच आयोग ने परीक्षा का कट ऑफ जारी कर दिया है। आयोग की तरफ से गुरुवार को नाराज अभ्यर्थियों के 20 सावालों का भी क्रमवार लिखित जवाब दिया है। कट आफ मार्क्स जारी करने में देरी करने के सवाल पर आयोग ने जवाब दिया है कि संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर ही अंतिम रिजल्ट जारी होने के बाद कट ऑफ जारी करने का प्रावधान है लेकिन लागातार डिमांड के बीच इसे जारी कर दिया गया है ।
आयोग की वेबसाइट www.jpsc.gov.in पर कट ऑफ जारी किया गया है। इसके मुताबिक अनारक्षित श्रेणी का कट ऑफ 260 अंक, ST का कट ऑफ 230 अंक, एण का कट ऑफ 238 अंक EBC (एनेक्चर वन) का कट ऑफ 252 अंक, BC (एनेक्स्चर टू ) का कट ऑफ 252 और EWS कैटेगरी का कट ऑफ 238 अंक रहा है।
एक ही कमरे से सभी के पास होने का दावा तथ्यों से परे..
JPSC की ओर से लगभग अभ्यर्थियों के सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश की गई है। इसमें तीन सबसे अहम सवाल कट ऑफ जारी करना, एक ही सेंटर से सभी अभ्यर्थी के पास होना और लोहरदगा, लातेहार और साहिबगंज के केंद्रों से क्रमवार रिजल्ट शामिल है। JPSC की ओर से जारी जवाब में कहा गया है कि एक ही कमरे से सभी के पास होने का दावा तथ्यों से परे है।
लोहरदगा और साहिबगंज के केंद्रों पर क्रमवार रिजल्ट..
JPSC ने अपने जवाब में माना है कि लोहरदगा साहिबगंज में क्रमवार रिजल्ट का मामला सामाने आया है। उन्होंेने बताया कि इस बार की परीक्षा मं 3.7 लाख से ज्यादा शामिल हुए थे। इसके कारण कुछ परीक्षा केंद्रों में अपरिहार्य परिस्थितियां उत्पन्न हुई थी। इसे ध्यान में रखते हुए इन केंद्रों के अभ्यर्थियों को औपबंधिक रूप से क्वालीफाई कर जांच की प्रक्रिया को बढ़ाया जा रहा है। दो केंद्रों के लिए पूरी परीक्षा को रद्द नहीं किया जा सकता है।
गोल मटोल जवाब दिया गया है, अध्ययन के बाद आगे की रणनीति..
वहीं आंदोलन की अगुआई कर रहे लोगों में से एक देवेंद्र नाथ महतो ने बताया कि सवालों का गोल-मोल जवाब दिया गया है। आयोग ने माना है कि दो जिलों में गड़बड़ी हुई है । अभी आयोग के जवाब का अध्ययन किया जा रहा है। लीगल जानकारी लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।