झारखंड में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव के तहत, घाटशिला से झामुमो विधायक रामदास सोरेन ने राज्य के 12वें मंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें राजभवन में मंत्री पद की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सत्यानंद भोक्ता, रामेश्वर उरांव जैसे कई प्रमुख नेता उपस्थित थे. चंपाई सोरेन के इस्तीफे के बाद, हेमंत सोरेन ने कोल्हान से ही रामदास सोरेन को मंत्री के रूप में चुना. रामदास सोरेन को वही विभाग सौंपे गए हैं जो पहले चंपाई सोरेन के पास थे. यह कदम हेमंत सोरेन की कोशिश है कि कोल्हान में उनकी पकड़ मजबूत बनी रहे और राजनीतिक स्थिरता बनी रहे. इस बीच, कोल्हान के प्रमुख नेता चंपाई सोरेन भाजपा में शामिल हो रहे हैं. भाजपा में उनका स्वागत एक भव्य समारोह के साथ किया जाएगा, जिसमें झारखंड विधानसभा के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान और सह प्रभारी असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी शामिल होंगे. इस समारोह से यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि चंपाई के साथ कोल्हान के अन्य प्रमुख चेहरे भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं.
रामदास सोरेन का सियासी सफर:
रामदास सोरेन का राजनीतिक सफर घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय रहा है. उन्होंने 2005 में निर्दलीय चुनाव लड़ा, लेकिन प्रदीप कुमार बालमुचू से हार गए. इसके बाद 2009 में उन्होंने झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ा और बीजेपी के उम्मीदवार प्रदीप बालमुचू को हराया. हालांकि, 2014 में वह बीजेपी के उम्मीदवार लक्ष्मण टुडू से हार गए. 2019 में फिर से घाटशिला से विधायक बने और अब उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है.