झारखंड की धरती एक बार फिर अपनी सांस्कृतिक विरासत और लोककलाओं के जरिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ने को तैयार है. सरायकेला जिले के चोगा गांव के लोक कलाकार प्रभात कुमार महतो जापान के ओसाका में होने वाले वर्ल्ड एक्सपो 2025 में पारंपरिक पाइका नृत्य की प्रस्तुति देंगे. यह आयोजन 13 अप्रैल से शुरू होगा, जिसमें भारत सहित कई देशों के कलाकार हिस्सा लेंगे. भारत की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से 25 कलाकारों का चयन संगीत नाटक अकादमी द्वारा किया गया है. इन्हीं कलाकारों में झारखंड के प्रभात महतो भी शामिल हैं, जिन्हें मानभूम छऊ और पाइका नृत्य में विशेष दक्षता प्राप्त है. प्रभात महतो झारखंड लोक कलाकार संघ के सचिव भी हैं और वर्षों से झारखंड की लोककला को देश-विदेश में मंच प्रदान कर रहे हैं. मंगलवार को वे इस अंतरराष्ट्रीय सफर के लिए दिल्ली रवाना हुए, जहां एयरपोर्ट पर उन्हें विदा करने खुद पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख पहुंचे. दिल्ली में 8 से 10 अप्रैल तक सभी चयनित कलाकारों की एक साथ तीन दिवसीय रिहर्सल होगी. इसके बाद 10 अप्रैल की शाम पूरी टीम जापान के लिए रवाना होगी. ओसाका में ये कलाकार 13 से 19 अप्रैल तक विभिन्न भारतीय लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां देंगे. प्रभात महतो इस दौरान विशेष रूप से पाइका नृत्य को प्रस्तुत करेंगे, जिससे झारखंड की परंपरा और बहादुरी का संदेश दुनिया तक पहुंचेगा.
पाइका नृत्य की खासियत
पाइका नृत्य झारखंड का एक पारंपरिक और वीरता से भरा लोकनृत्य है. इस नृत्य की जड़ें मुंडा जनजाति से जुड़ी हैं. इसमें पुरुष कलाकार योद्धा की वेशभूषा में तलवार या भाला और ढाल लेकर जोश और उमंग के साथ नृत्य करते हैं. इन कलाकारों के कपड़े आमतौर पर पीले और गुलाबी रंग के होते हैं, और पैरों में हाथ से बने घुंघरू बांधे जाते हैं. पाइका नृत्य की प्रस्तुति के दौरान नगाड़ा, ढाक, नरसिंग और शहनाई जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन माहौल को और रोमांचक बना देती है.
दुनिया भर में बजाई है झारखंड की कला की डंका
प्रभात महतो इससे पहले भी ताइवान, भूटान, हांगकांग और दुबई जैसे देशों में अपनी नृत्य कला की प्रस्तुति दे चुके हैं. उन्होंने झारखंड की सांस्कृतिक छवि को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने का कार्य किया है.
आईपीएल में भी दिखा प्रभात महतो और उनकी टीम का जलवा
हाल ही में 22 मार्च को कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में हुए आईपीएल के उद्घाटन समारोह में भी प्रभात महतो के नेतृत्व वाली नटराज कला केंद्र, चोगा की टीम ने छऊ नृत्य की प्रस्तुति दी थी. यह टीम पहले 2022 में आईपीएल के समापन समारोह में भी झारखंड का मानभूम छऊ प्रस्तुत कर चुकी है. इस प्रस्तुति में प्रभात के साथ सुचांद महतो, सीताराम महतो, जगदीश चंद्र महतो, गणेश चंद्र महतो, श्रवण गोप, सुबोध चंद्र हजाम, दिलीप महतो, ललित महतो, अमरजीत लोहारा और बुधराम कुमार जैसे कलाकार शामिल रहे हैं. इन सभी कलाकारों ने अपनी कला से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और यह साबित कर दिया कि झारखंड के गांव-देहातों में भी कला और प्रतिभा की कोई कमी नहीं है.
संगीत नाटक अकादमी का बड़ा कदम
संगीत नाटक अकादमी द्वारा देशभर से चुने गए इन 25 कलाकारों की टीम भारत की विविधता में एकता और समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं की झलक ओसाका एक्सपो में दिखाएगी. यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक कूटनीति और सॉफ्ट पावर को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा.
प्रभात महतो की इस उपलब्धि पर झारखंड में खुशी की लहर
प्रभात महतो की इस बड़ी उपलब्धि पर झारखंड के लोक कलाकारों में उत्साह है. यह सिर्फ प्रभात की नहीं, बल्कि पूरे राज्य की उपलब्धि है, जिससे झारखंड की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत होगी. इस तरह झारखंड के लोक नृत्य और कलाकारों का यह सफर जापान तक पहुंचकर राज्य की संस्कृति और परंपरा को नई उड़ान देने जा रहा है.