रांची: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जो बीआईटी मेसरा के प्लेटिनम जुबली समारोह में भाग लेने के लिए रांची आई हैं, उनके सम्मान में राजभवन में विशेष भोजन की व्यवस्था की गई। राष्ट्रपति यहां रात्रिभोज और सुबह के नाश्ते का आनंद लेंगी, जिसके लिए कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं।
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राजभवन में राष्ट्रपति की पसंद को ध्यान में रखते हुए उनके लिए झारखंड के पारंपरिक व्यंजनों को शामिल किया गया। होटल रेडिसन ब्लू के हेड शेफ जय धवल देव को इस विशेष भोजन को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू को झारखंडी और ओड़िशा के पारंपरिक व्यंजन पसंद हैं और वे मोटे अनाज को प्राथमिकता देती हैं। इसी कारण से उनके भोजन में मैदे या पॉलिश किए गए खाद्य पदार्थों का उपयोग नहीं किया गया।
डिनर में झारखंडी स्वाद का समावेश
रात्रिभोज में झारखंड के स्थानीय स्वाद को प्रमुखता दी गई। इसमें महुआ की रोटी, धुसका, छिलका रोटी, किनीवा सलाद, ओडिशा का प्रसिद्ध डालमा, उड़द बड़ी की सब्जी और मटर पनीर शामिल थे। राष्ट्रपति को लाल साग विशेष रूप से पसंद है, इसलिए उनके लिए उसना चावल के साथ लाल साग परोसा गया। इसके अतिरिक्त, सीजनल हरी सब्जियां और हरी चटनी भी परोसी गईं।
ब्रेकफास्ट में पोषण से भरपूर व्यंजन
राष्ट्रपति के ब्रेकफास्ट को हल्का और पौष्टिक रखा गया। इसमें मल्टीग्रेन टोस्ट (जो बिना मैदे के ब्रेड से बना था), महुआ का डोसा, मड़ुआ की इडली, सांबर और कोकोनट चटनी शामिल रहे। इसके अलावा, पोहा, सीजनल कट फ्रूट्स, साबूदाना की खीर और गाजर का हलवा भी परोसा गया।
स्थानीय व्यंजनों को प्रमोट करने की पहल
शेफ जय धवल देव के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू सदैव पारंपरिक और घरेलू भोजन को प्रोत्साहित करती रही हैं। उनका आहार सादा और पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिसमें झारखंड और ओड़िशा के ग्रामीण व्यंजनों की झलक मिलती है। इस विशेष अवसर पर, उनके पसंदीदा व्यंजनों को परोसना पूरे टीम के लिए गर्व की बात थी।